शिमला, 27 जून। हिमाचल प्रदेश में मानसून की वर्षा का दौर मंगलवार को भी जारी रहा। राजधानी शिमला व आसपास के क्षेत्रों में दिन में व्यापक वर्षा हुई। राज्य में मानसून के दस्तक देने के बाद पिछले तीन दिन से खूब बर्षा हो रही है। मानसून सीजन के दौरान राज्य में अब तक 104 करोड़ की संपति का नुकसान हुआ है।
प्रधान सचिव राजस्व ओंकार शर्मा ने बताया कि मानसून 24 जून को प्रदेश में दाखिल हुआ था। मानसून की व्यापक वर्षा से राज्य में अब तक नौ लोगों की मौत हुई है और 14 घायल हैं। 322 मवेशी मारे गए। चार घर पूरी तरह तबाह हुए, 28 घर आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हैं। उन्होंने कहा कि मानसूनी वर्षा से राज्य में 104 करोड़ की संपति को नुकसान पहुंचा है। सबसे ज्यादा नुकसान लोकनिर्माण महकमे को हुआ।
इस बीच मौसम विभाग ने अगले चार दिन राज्य में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। मैदानी जिलों के साथ मध्यपर्वतीय इलाकों में आगामी पहली जुलाई तक भारी बारिश की आशंका है। इस दौरान उच्च पर्वतीय इलाकों में हिमपात भी हो सकता है। मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर राज्य सरकार ने प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। पर्यटकों को भूस्खलन संभावित इलाकों की यात्रा न करने और नदी-नालों से दूर रहने की हिदायत दी गई है।
बीते 24 घण्टों के दौरान बिलासपुर जिला के बरठीं में सबसे ज्यादा सात सेंटीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है। इसके अलावा शिमला के मशोबरा में पांच, मंडी के गोहर, सिरमौर के नाहन, सोलन के अर्की में तीन-तीन सेंटीमीटर वर्षा हुई। कसौली, पांवटा, शिमला, तीसा, पच्छाद, धर्मशाला, बिलासपुर, कुफरी और काहू में दो-दो सेंटीमीटर, डल्हौजी, शिलारू, बंजार, कंडाघाट, रोहड़ू, चम्बा और धर्मपुर में एक-एक सेंटीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है।