शिमला, 11 सितम्बर। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के 18 सितंबर से शुरू होने वाले मानसून सत्र में इस बार सैंकड़ों सवाल गूंजेंगे। विधानसभा सचिवालय के पास अब तक 683 सवाल आ चुके हैं। विधायकों के सवालों का जवाब तैयार करने के लिए विधानसभा सचिवालय ने इन्हें सम्बंधित विभागों को भेज दिया है। इनमें आपदा से संबंधित सवाल भी शामिल हैं। खासकर आपदा प्रभावित परिवारों को दी गई राहत राशि को लेकर सवाल पूछे गए हैं। इसके अलावा विधायकों ने सड़क, पानी, बिजली, खनन, कानून-व्यवस्था आदि पर भी प्रश्न लगाए हैं।
सोमवार तक हिमाचल विधानसभा सचिवालय को मिले सवालों में 523 तारांकित प्रश्न हैं जबकि 160 अतारांकित हैं। इसके अतिरिक्त विधायकों की ओर से सदन में चर्चा हेतु 13 नोटिस भी प्राप्त हुए हैं।
18 से 25 सितम्बर तक चलेगा मानसून सत्र, जबरदस्त हंगामे के आसार
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 18 सितंबर से शुरू होगा। मानसून सत्र 25 सितंबर तक चलेगा। सत्र में कुल सात बैठकें होंगी। इस बार सत्र शनिवार को भी लगेगा। प्रदेश में आई आपदा की वजह से मानसून सत्र एक माह देरी से हो रहा है।
मौजूदा सुक्खू सरकार का यह पहला मानसून सत्र होगा। इस सत्र के पूरी तरह हंगामेदार रहने के आसार हैं।
विधानसभा सत्र इसलिए भी हंगामेदार होगा क्योंकि सत्तापक्ष और विपक्ष के तरकश में काफ़ी तीखे तीर दिखने लगे हैं। विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर का कहना है कि मानसूनी आपदा में लोगों को राहत देने में सरकार विफल रही है। कांग्रेस सरकार के मंत्री शिमला से बाहर निकलने में गुरेज कर रहे हैं। जिन ग्रामीण सड़कों और राज मार्गों को खोला जा सकता था उन्हें खोलने भी प्रदेश का लोक निर्माण विभाग विफल रहा है। जिस कारण सेब बगीचों से बाहर नहीं आ पाया है। अभी लोग प्रदेश में जहां कहां फंसे पड़े हैं। वहीं कांग्रेस सरकार का कहना है कि राहत और खाद्य सामग्री फंसे हुए लोगों हर जरिए से पहुंचाई जा रही है। चाहे उसे पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ही क्यों न लेनी पड़ी हो।
सत्तारूढ़ सत्ताधारी कांग्रेस का यह भी मत है कि केंद्र से जितनी घोषणाएं राहत की की गई है। उतनी मिली नहीं है। भाजपा बेवजह श्रय लेने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस के अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्री दिल खोलकर हिमाचल की आर्थिक मदद कर रहे हैं पर भाजपा के मुख्यमंत्री हिमाचल को मदद के लिए आगे नहीं आ रहे है। इसी वजह से माना जा रहा कि हिमाचल विधानसभा सत्र में दोनों तरफ गर्मी का माहौल बना रहेगा।