शिमला, 25 दिसम्बर। क्रिसमस के उपलक्ष्य पर पहाड़ों की रानी शिमला सैलानियों से गुलजार है। क्रिसमस को लेकर जगह-जगह मनभावन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अचानक सैलानियों की आमद बढ़ने से बड़े होटल फुल हो चुके हैं और छोटे होटलों व गेस्टहाउस में भी कमरों के लिए मारामारी है।
शिमला से सटे पर्यटक स्थलों कुफरी, फागु, नारकंडा, नालदेहरा की रौनक भी निखरी हुई है। इन स्थलों में सैलानियों का तांता लगा हुआ है, जिससे कारोबारियों के चेहरे खिल उठे हैं। उम्मीद की जा रही है कि नववर्ष के आगमन तक शहर में पैर रखने के लिए भी जगह नहीं बचेगी। पर्यटकों को लुभाने के लिए शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर इन दिनों विंटर कार्निवल का आयोजन किया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक शिमला में पिछले तीन दिनों में 25 हज़ार से अधिक वाहन पहुंचे हैं। रविवार सुबह आठ बजे से सोमवार सुबह आठ बजे तक लगभग आठ हजार वाहन शिमला में दाखिल हुए। इनमें अधिकतर संख्या बाहरी राज्यों के वाहनों की रही।
सोमवार को दिन भर शिमला शहर में लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ा। स्थिति यह हो गई कि शाम ढलते-ढलते वाहन रेंग-रेंगकर चलने लगे। बीते रविवार को तो कालका-शिमला नेशनल हाइवे पर शहर के प्रवेश द्वार शोघी से शिमला शहर तक लगभग 15 किलोमीटर लम्बा जाम लग गया था। इस दूरी को तय करने में वाहन चालकों को तीन घण्टे का समय लग गया। बिना बुकिंग के शिमला पहुंचने वाले सैलानी होटल फुल होने से जगह-जगह ठिकाना तलाशते देखे गए। दिल्ली और चंडीगढ़ से आने वाली बसें सैलानियों से बहरीन रही हैं। इसी तरह कालका-शिमला हेरिटेज ट्रैक पर चलने वाली सभी ट्रेनें इन दिनों पैक चल रही हैं। आगामी 5 जनवरी तक ट्रेनें सैलानियों से बुक हैं।
शिमला में इस बार व्हाइट क्रिसमस नहीं, न्यू ईयर पर हो सकती है बर्फ़बारी
कड़ाके की ठंड के बावजूद देश के विभिन्न हिस्सों से सैलानी यहां पहुंच रहे हैं। हालांकि शिमला में सैलानियों को इस बार बर्फ़बारी का नज़ारा देखने को नहीं मिल रहा है। क्रिसमस पर सोमवार को शिमला में सैलानी गुनगुनी धूप का लुत्फ ले रहे हैं। मौसम विभाग ने 29 दिसम्बर से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की सम्भावना जताई है। इसके प्रभाव से राज्य के मध्यपर्वतीय और अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में 30 व 31 दिसम्बर को बर्फ गिरने का अनुमान है। इससे सैलानियों को नव वर्ष की पूर्व संध्या पर शिमला में बर्फबारी की उम्मीद जगी है।
आपदा से प्रभावित पर्यटन कारोबार पटरी पर लौटा
स्थानीय कारोबारी सैलानियों की आमद बढ़ने से बेहद खुश हैं। इस साल मानसून सीजन में आपदा से हुई तबाही के कारण शिमला में पर्यटन कारोबार को भारी नुकसान पहुंचा है। अगस्त से नवम्बर महीने तक पर्यटकों की आमद में गिरावट रही।
शिमला ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन के महासचिव मनु सूद ने बताया कि क्रिसमस पर भारी तादाद में सैलानियों का पहुंचना पर्यटन कारोबार के लिए अच्छा है। राजधानी के होटलों में लगभग 90 फीसदी कमरे बुक हैं। उन्होंने कहा कि नव वर्ष के दौरान शहर में पर्यटकों की आमद और बढ़ेगी।