हमीरपुर, 10 जनवरी। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज हमीरपुर जिले के नादौन विधानसभा क्षेत्र के बलडूहक में जन समस्याओं का निपटारा किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बलडूहक से चोड़ू वाया बताल सड़क और क्षेत्र के सभी संपर्क मार्गों को इस वर्ष गर्मियों से पहले दुरूस्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि वे भी सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न नीतियों एवं कार्यक्रमों का लाभ उठा सकंे।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार विभिन्न सरकारी विभागों में 20,000 भर्तियां करने जा रही है। पुलिस भर्ती में महिला आरक्षण को बढ़ाकर 30 प्रतिशत किया गया है। युवाओं को सरकारी रोजगार प्रदान करने के साथ-साथ स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के भी राज्य सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने युवाओं के लिए स्टार्ट-अप योजना लाने का वादा किया था, जिसे पूरा कर दिया है। 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना के पहले चरण के तहत ई-टैक्सी योजना शुरू की गई है। राज्य सरकार ई-टैक्सी की खरीद के लिए युवाओं को 50 प्रतिशत सब्सिडी भी प्रदान कर रही है तथा उन्हें निश्चित आय भी सुनिश्चित की जाएगी। इसके साथ ही सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित करने के लिए भी राज्य सरकार आर्थिक मदद प्रदान करेगी और 25 वर्ष तक उनसे बिजली की खरीद करेगी, ताकि उन्हें निश्चित आय प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक समृद्धि के लिए आगामी बजट में प्राकृतिक खेती पर आधारित निश्चित आय प्रदान करने वाली योजना लाई जाएगी तथा अधिकारियों को इस योजना का प्रारूप तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कैंसर का सबसे बड़ा संस्थान तथा नर्सिंग कॉलेज हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में बनने जा रहे हैं, जिससे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं घर-द्वार पर सुनिश्चित हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि नादौन की जनता का उन्हें सदैव अपार समर्थन मिला है और इसी का सुपरिणाम है कि आज इस क्षेत्र को प्रदेश के नेतृत्व का अवसर मिला है, जिसके लिए वह लोगों के हमेशा आभारी रहेंगे।
जिला हमीरपुर कांग्रेस अध्यक्ष एवं कांगड़ा सहकारी बैंक के चेयरमैन कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि मुख्यमंत्री पिछले एक वर्ष से आम आदमी के कल्याण तथा प्रदेश को आर्थिक बदहाली से बाहर निकालने का प्रयास कर रहे हैं। आपदा से हुए नुकसान और आर्थिक तंगहाली के बावजूद उन्होंने हिमाचल के विकास के लिए ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावितों को मिलने वाले मुआवजे में ऐतिहासिक वृद्धि कर उन्हें राहत प्रदान की। आपदा के दौरान किए गए प्रयासों के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व की सराहना विश्व बैंक, नीति आयोग के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने भी की।