शिमला, 15 फरवरी। हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार सूबे में पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य बनाने की कवायद में जुटी सरकार सौर ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को प्रदेश में परियोजनाएं स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि प्रदेश में देश के सार्वजनिक क्षेत्र का प्रमुख उपक्रम सतलुज जलविद्युत निगम लिमिटेड पांच सोलर पॉवर परियोजनाएं स्थापित करने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ऊना जिला के थपलान में 112.5 मेगावाट क्षमता, भंजाल और कध में 20 मेगावाट, कांगड़ा जिला के फतेहपुर में 20 मेगावाट, सिरमौर जिला के कोलर में 30 मेगावाट और कांगड़ा जिला के राजगीर में 12.5 मेगावाट क्षमता की सौर पॉवर परियोजनाएं पूर्वनिर्माण चरण में हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया है कि इन परियोजनाओं के निर्माण के लिए सरकार निष्पादन एजेंसी को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। कंपनी को सुविधा प्रदान करने के लिए फ्री-होल्ड निजी भूमि की खरीद के लिए नीति में संशोधन के लिए आवश्यक कदम भी उठाएगी। विद्युत परियोजनाओं के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया जाएगा ताकि निर्धारित समय अवधि में इन परियोजनाओं को पूरा किया जा सके।