शिमला। राज्य समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा व प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने ज़िला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) शामलाघाट शिमला में आयोजित किए जा रहे JBT प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज निरीक्षण किया। ज़िला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) में नवनियुक्त JBT अध्यापकों का 15 दिन का शुरुआती प्रशिक्षण (Induction Training) कार्यक्रम 16 सितंबर को प्रारम्भ हुआ है, इसमें ज़िला शिमला, किन्नौर और लाहोल-स्पीति के 136 नवनियुक्त अध्यापक हिस्सा ले रहे हैं। इन 136 अध्यापकों को दो ग्रुपों (Group) में बांटा गया है।प्रशिक्षण कार्यक्रम में पांचवें दिन समग्र शिक्षा राज्य परियोजना निदेशक राजेश शर्मा व प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस मौके पर डाइट के प्रधानाचार्य जय देव नेगी ने दोनों निदेशकों का स्वागत किया और प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में प्रकाश डाला। इस दौरान समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने JBT अध्यापकों को प्रशिक्षण से संबंधित दिशा-निर्देश दिए और इस ट्रेनिंग में उपस्थित अध्यापकों के साथ अपने विचार साझा किए। राजेश शर्मा ने PARAKH सर्वे-24 की तैयारियों को लेकर भी दिशा-निर्देश दिएसमग्र शिक्षा के राज्य परियोजना निदेशक राजेश शर्मा ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य बच्चों के साथ ज्ञान बांटने से है, यह अध्यापक पर निर्भर करता है कि बच्चों को क्या पढ़ाया जाए और कैसे पढ़ाया जाएI उन्होंने कहा कि जिन बच्चों को हम शिक्षा दे रहे हैं, वह भविष्य में नए भारत का निर्माण करेंगेI राज्य परियोजना निदेशक ने सभी नवनियुक्त अध्यापकों को नवंबर होने वाली PARAKH सर्वे-24 की तैयारियों को लेकर भी दिशा निर्देश दिये। उन्होंने नवनियुक्त JBT अध्यापकों को शिक्षा विभाग में जुडने पर शुभकामनाएं भी दी Iप्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने कहा कि इंडक्शन ट्रेनिंग का लक्ष्य नए अध्यापकों को उनके काम को प्रभावी ढंग से करने और टीम के उत्पादक सदस्य बनने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और संसाधन प्रदान करना हैI इंडक्शन ट्रेनिंग से नवनियुक्त अध्यापकों को नई बातों की जानकारी मिलती है जो भविष्य में उनके लिए एक आधुनिक, प्रभावी प्रेरणा प्रशिक्षण बन जाती है I