ऊना जिला ‘सुरक्षित निर्माण मॉडल’ में अव्वल,,,सीएम ने जूनियर वर्ग प्रतियोगिता में प्रथम रहने पर कांगड़ स्कूल की चाहत और राजवीर को किया सम्मानित

शिमला। ऊना जिला ‘सुरक्षित निर्माण मॉडल’ को लेकर आयोजित राज्यस्तरीय प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग में अव्वल रहा है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अंतरराष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस ‘समर्थ-2024’ के उपलक्ष्य पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में ऊना जिले के हरोली उपमंडल की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कांगड़ की छात्रा चाहत और छात्र राजवीर को ‘सुरक्षित निर्माण मॉडल’ में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर 10,000 रुपये नकद पुरस्कार, स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। यह समारोह सोमवार को गेयटी थिएटर, रिज मैदान, शिमला में आयोजित किया गया। चाहत नवीं कक्षा और राजवीर 7वीं कक्षा के छात्र हैं।

पुरस्कृत ‘सुरक्षित निर्माण मॉडल’ को दोनों ने मिलकर तैयार किया था।उल्लेखनीय है कि समर्थ-2024 अभियान के तहत आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रदेश के सभी जिलों के शिक्षण संस्थानों में स्कूली और कॉलेज वर्ग में जूनियर और सीनियर श्रेणियों में ‘सुरक्षित निर्माण मॉडल’ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था। जिला स्तर पर सर्वश्रेष्ठ मॉडल का चयन कर राज्यस्तरीय प्रतियोगिता के लिए भेजा गया।राज्य स्तरीय प्रतियोगिता 7 अक्तूबर को सेंटर फॉर साइंस लर्निंग एंड क्रिएटिविटी, साइंस म्यूजियम, शोघी में हुई, जिसमें सभी 12 जिलों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कांगड़ स्कूल की चाहत और राजवीर ने प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि चंबा की टीम ने द्वितीय और कुल्लू के दल ने तृतीय स्थान हासिल किया। विजेता टीमों को क्रमशः 10,000 रुपये, 7,500 रुपये और 5,000 रुपये नकद पुरस्कार प्रदान किए गए।जिला नोडल अधिकारी (इम्पायर) पुष्पा रानी इस प्रतियोगिता में टीम ऊना के साथ रहीं।कांगड़ स्कूल की प्राचार्य स्नेह लता, विज्ञान अध्यापिका मीना राणा, और स्कूल स्टाफ ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे सभी के लिए गर्व का विषय बताया। उपायुक्त जतिन लाल ने बच्चों की सराहना करते हुए कहा कि इन युवा प्रतिभाओं ने न केवल अपने स्कूल का नाम रोशन किया है, बल्कि पूरे जिले को प्रेरित किया है। यह सफलता दर्शाती है कि युवा सोच और रचनात्मकता किस प्रकार हमारी सामाजिक सुरक्षा में योगदान करने के साथ ही समस्याओं के समाधान का मार्ग प्रशस्त कर सकती है।

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