शिमला। मुख्यमंत्री ने हमीरपुर चिकित्सा महाविद्यालय के कामकाज की समीक्षा कीमुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज डॉ. राधा कृष्णन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय हमीरपुर के कामकाज की समीक्षा करते हुए महाविद्यालय में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा महाविद्यालय के जोल सप्पड़ में 400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाए जा रहे नए परिसर में विश्व स्तरीय तकनीक से लैस आधुनिक मशीनें लगाई जा रही हैं और मरीजों के लिए यहां 292 बिस्तर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि चिकित्सा महाविद्यालय में थ्री-टेस्ला एमआरआई मशीन, हाई एंड एक्स-रे मशीनें, डिजिटल मेमोग्राफी, सीटी स्कैन तथा अल्ट्रासाउंड मशीनों सहित अन्य आधुनिक उपकरण उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त दो आईसीयू वार्डोंं में 10-10 बिस्तर भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि जोल सप्पड़ में 20 करोड़ रुपये की लागत से क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) भी तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा महाविद्यालय को बिजली की डबल सप्लाई से जोड़ा गया है, ताकि उपचार में किसी भी प्रकार की दिक्कत न आए। उन्होंने परिसर में 15 दिन के भीतर पानी की सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमीरपुर चिकित्सा महाविद्यालय में प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर तथा अन्य प्राध्यापक तैनात हैं। चिकित्सा महाविद्यालय में पीजी कोर्स में सीटें बढ़ाए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस विभाग में उपचार के लिए ज्यादा मरीज आ रहे हैं, उनमें अधिक डॉक्टर उपलब्ध करवाए जाएंगे। स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए डॉक्टरों के वॉक इन इंटरव्यू और पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति होगी। उन्होंने कहा कि 150 स्टाफ नर्सें तैनात करने को मंत्रिमंडल द्वारा मंजूरी दे दी गई है और आवश्यकता के अनुसार अतिरिक्त नर्सें तैनात की जाएंगी। हमीरपुर चिकित्सा महाविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों के अनुसार डॉक्टर और नर्सें उपलब्ध होंगी, ताकि मरीजों को बेहतरीन इलाज मिल सके।श्री सुक्खू ने कहा कि डिपार्टमेंट ऑफ एमरजेंसी मेडिसन, रेडियोलॉजी और कॉर्डियोलोजी किसी भी चिकित्सा महाविद्यालय की रीढ़ की हड्डी होते हैं तथा हमीरपुर चिकित्सा महाविद्यालय में इन सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाएगा। इसके साथ ही 200 बिस्तर क्षमता का मातृ एवं शिशु अस्पताल तथा छात्राओं के लिए दो हॉस्टल बनना भी प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सा महाविद्यालय में मरीजों की जांच के लिए अपनी आधुनिक लैब भी तैयार की जाएंगी। उन्होंने कहा कि चिकित्सा महाविद्यालय निर्माण के दूसरे चरण में 300 बिस्तर क्षमता का मेडिकल ब्लॉक, स्टेट कैंसर अस्पताल, सुपर स्पेशयल्टी और नर्सिंग कॉलेज, छात्रों और मरीजों के लिए अन्य सुविधाओं का सृजन किया जाएगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, विधायक रंजीत सिंह राणा, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, कांगड़ा सहकारी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, राम चंद्र पठानिया, कांग्रेस नेता डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा, राजीव राणा, सचिव स्वास्थ्य एम.सुधा देवी, उपायुक्त अमरजीत सिंह और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।