हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग का फिर होगा गठन, हमीरपुर में दफ्तर, पुराने कर्मचारी नहीं होंगे तैनात

शिमला, 05 अप्रैल। पेपर लीक मामले और भर्तियों में कथित धांधलियों के चलते बंद किया गया हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग फिर से अस्तित्व में आएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को विधानसभा में नियम 130 के तहत हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर द्वारा गत वर्षों में की गई तृतीय व चतुर्थ श्रेणी की भर्ती प्रक्रिया में हुई अनियमितताओं को लेकर लाए गए प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब में यह घोषणा की।

उन्होंने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग का कार्यालय में हमीरपुर जिला में ही होगा और इसमें आयोग के किसी भी पुराने कर्मचारी को नियुक्ति नहीं दी जाएगी तथा नए कर्मचारियों की नियुक्ति भी रोटेशन के आधार पर होगी। 

सुक्खू ने कहा कि सरकार ने हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग का फिर से गठन करने के लिए सानन कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी तीन माह में अपनी रिपोर्ट देगी और इस कमेटी की सिफारिशों के आधार पर फिर से आयोग का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आयोग का गठन फुलप्रूफ होगा और इसमें पारदर्शिता के साथ-साथ किसी भी प्रकार की अनियमितता की गुंजाइश नहीं होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नए सिरे से कर्मचारी चयन आयोग के गठन तक भर्ती प्रक्रिया नहीं रुकेगी और सरकार जल्द ही हिमाचल प्रदेश लोकसेवा आयोग के माध्यम से तीन हजार भर्तियों की प्रक्रिया जल्द शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग बंद होने के कारण जो अभ्यर्थी ओवरएज हो गए हैं, उनकी उम्र को फार्म भरने के दिन से ही मान्य माना जाएगा और उन्हें परीक्षा में बैठने की इजाजत होगी।

सुक्खू ने कहा कि एक समय था जब नौकरी के लिए ईमानदारी से पेपर होते थे, लेकिन बीते पांच सालों में पेपर बेचे गए, फिर चाहे पुलिस भर्ती हो या अन्य भर्ती। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में भी शिक्षकों की भर्तियों में अनियमितताएं हुई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष इस मुद्दे पर चर्चा से भागा, क्योंकि उनके हाथ भी इस मामले में रंगे नजर आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में हुए भ्रष्टाचार में दोषी किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार आने वाले समय में पेपर लीक को लेकर भी कड़ा कानून बनाने पर विचार कर रही है। उन्होंने कर्मचारी चयन आयोग को लेकर अब तक हुई जांच की रिपोर्ट भी सदन में रखी।

इससे पूर्व, कांग्रेस सदस्य केवल सिंह पठानिया ने चर्चा शुरू करते हुए कहा कि पेपर लीक मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। विधायक चंद्र शेखर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में अनियमितताएं हुई हैं और अब इसकी जांच की जा रही है, जो सही कदम है।

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