Shimla. हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के बाद जीवन अस्तव्यस्त है. बर्फबारी एक ओर जहां रहा लेकर आई तो वहीं दूसरी ओर परेशानी का सबब बन कर आई है. हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के कारण 174 सड़कें और 3 नेशनल हाइवे बंद है. इसके साथ ही कुल 683 बिजली के ट्रांसफार्मर भी ठप पड़े है. वहीं, बर्फबारी किसानों और बागवानों के लिए वरदान बनकर बरसी है. प्रशासन सड़कों को खोलने और बिजली की सप्लाई को बहाल करने में जुटा है.
हिमाचल प्रदेश सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि बीते दिन हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी का दौर शुरू हुआ और पिछले तीन महीनों का सूखा समाप्त हुआ है. बीती शाम तक प्रदेश की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी देखने को मिली थी, इस दौरान शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में चार से पांच इंच तक बर्फबारी देखने को मिली थी. मौजूदा समय में रोहडू और चौपाल के कुछ ऊंचाई वाले बगीचों में करीब एक फिट बर्फबारी दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 4 मौतें हुई है. लेकिन, यह सभी मौतें एक्सीडेंट या ऊंचाई से गिरने के कारण हुई है. इसके साथ ही फिसलन के कारण भी लोगों को चोटें आई है. लंबे अरसे के बाद क्रिसमस के मौके पर शिमला में बर्फबारी हुई है, जिसका पर्यटक लंबे समय से इंतजार कर रहे थे. जाखू में 2 से 3 इंच की बर्फबारी दर्ज की गई है. लेकिन शिमला के विभिन्न हिस्सों में बर्फ पिघल चुकी है.
मौसम विभाग ने आज भी राज्य में बर्फ और बारिश की संभावना व्यक्त की है। मौसम विभाग ने 27 से 29 दिसम्बर को फ़िर से प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में बारिश की चेतावनी जारी की है। फिलहाल करीब तीन माह के सूखे के बाद अच्छी बारिश किसानों बागवानों सहित पर्यटन क्षेत्र के लिए खुशी की सौगात लेकर आई है।