शिमला। भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (इरेडा) ने नेपाल में 900 मेगावाट अपर कर्णाली जलविद्युत परियोजना के विकास के लिए एसजेवीएन लिमिटेड, जीएमआर एनर्जी लिमिटेड और नेपाल विद्युत प्राधिकरण (एनईए) के साथ संयुक्त उद्यम समझौते को अंतिम रूप दिया है। इस रणनीतिक पहल का उद्देश्य क्षेत्रीय ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करना और अक्षय ऊर्जा विकास में तेजी लाना है।
इस संयुक्त उद्यम समझौते में निर्माण-स्वामित्व-संचालन-हस्तांतरण (बीओओटी) मॉडल के तहत परियोजना विकास, निर्माण, संचालन और रखरखाव के लिए एक व्यापक रूपरेखा प्रस्तुत की गई है। वाणिज्यिक संचालन तिथि से परियोजना की अवधि 25 वर्ष तय की गई है।
इस समझौते को आज नई दिल्ली में इरेडा, एसजेवीएन और जीएमआर एनर्जी लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में औपचारिक रूप दिया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए इरेडा के सीएमडी श्री प्रदीप कुमार दास ने कहा कि यह समझौता क्षेत्र में सतत ऊर्जा विकास के हमारे सामूहिक दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि अपर कर्णाली परियोजना, हाइड्रोपावर की विशाल क्षमता का लाभ उठाकर सीमा पार सहयोग के एक मॉडल के रूप में काम करेगी जिससे आर्थिक और पर्यावरणीय दोनों तरह के लाभ मिलेंगे।