ठियोग। हिमाचल में जिला शिमला के ठियोग में जर्जर हालत चल रहे सरकारी मॉडल स्कूल बाघाघाट का कायाकल्प हो गया है। शिमला के समीप ठियोग में टाटा समूह की कंपनी के एकमात्र ताज होटल ने बाघाघाट स्कूल को गोद लेकर समाज के लिए प्रेरणादायक पहल की है। होटल्स कंपनी लिमिटेड में एक बड़े ब्रांड ताज होटल ने स्कूल को गोद लेकर बुनियादी ढांचे में सुधार, आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करा कर छात्रों को बहुत बड़ी सुविधा प्रदान की है। ताज होटल ने
कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के तहत गर्ल्स और बॉयस के लिए अलग अलग शौचालय का निर्माण कर स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण देने का प्रयास किया है। इसी तरह से जर्जर हालत में जल भंडारण टैंक का नए सिरे से निर्माण किया गया है। वहीं स्कूल में पढ़ रहे छात्रों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नया वाटर कूलर भी लगाया गया है। इसके साथ ही ताज होटल ने मुख्य सड़क से स्कूल के प्रवेश द्वार तक जाने के लिए एक सुरक्षित मार्ग और सीढ़ियों की भी व्यवस्था की है। इसके बच्चे आराम से स्कूल पहुंच पाएंगे। वहीं ताज होटल ने स्कूल परिसर का भी सौंदर्यकरण किया है। ताज होटल के इस पुनीत कार्यों से स्कूल में पढ़ रहे बच्चे काफी खुश हैं। ताज होटल रिजॉर्ट एंड स्पा के जनरल मैनेजर संकेत चुघ का कहना है कि ताज ठियोग अपने मिशन के तहत स्थानीय समुदायों के उत्थान के लिए काम कर रहा है। स्कूल में आधारभूत ढांचा उपलब्ध कराने में होटल की इंजीनियरिंग और मानव संसाधन टीमों ने दो महीने की लंबी परियोजना के दौरान तकनीकी सहायता प्रदान करके एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मूलभूत सुविधाओं के लिए जताया आभार:
बाघाघाट स्कूल में पढ़ने वाली 8 वीं कक्षा की छात्रा सोनाक्षी, दीक्षित, सातवीं कक्षा के छात्र निखिल और तीसरी कक्षा के छात्र अंशुल का कहना है कि रास्ता खराब होने से स्कूल पहुंचने में परेशानी होती थी। इसी तरह से सीढियां न होने से बच्चों के गिरने का डर रहता था, लेकिन अब पक्का रास्ता और सीढियां बनने से बड़ी सुविधा मिल रही है। उन्होंने कहा कि स्कूल में स्वच्छ पानी के लिए कूलर की भी व्यवस्था की गई है। वहीं मिडल स्कूल बाघाघाट के मुख्याध्यापक
विनोद डेंगटा ने मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विक्रमजीत सिंह साहनी और ताज ठियोग का आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि इन सुधारों से छात्रों को पढ़ाई के लिए अच्छा वातावरण मिलेगा।