एसडीएम ने जारी किए दिशा-निर्देश, मिलेट्स से बनने वाले विभिन्न व्यंजनों को बनाने की विधी जानेंगे लोग
करसोग। करसोग में आयोजित किए जाने वाले सात दिवसीय जिला स्तरीय नलवाड़ मेले के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा लगाई जाने वाली विभिन्न प्रदर्शनियों के संबंध में मेला समिति अध्यक्ष एवं एसडीएम करसोग गौरव महाजन की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विभिन्न विभागों को राज्य सरकार द्वारा जनहित में चलाई जाने वाली विभिन्न कल्याणकारी व रोजगारन्मुखी योजनाओं का विशेष रूप से प्रभावी प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के दिशा निर्देश दिए गए।
मेला समिति अध्यक्ष एवं एसडीएम ने सभी विभागों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि वे सभी अपने-अपने विभाग से संबंधित स्टाॅल में विभिन्न योजनाओं की लाईव डैमोस्ट्रेशन देने की व्यवस्था मेले के दौरान करे ताकि लोगों को विभिन्न उत्पाद व व्यंजन बनाने का प्रशिक्षण भी मेले के दौरान प्रदान किया जा सके।
उन्होंने कृषि व बागवानी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्राकृतिक खेती व बागवानी करने के गुर मेले में लोगों को सिखाए। लोगों को उनकी पौराणिक सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ने का प्रयास करे। जिसके लिए स्टाॅल में विशेष प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किए जाए।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार ब्लाॅक कार्यालय करसोग क्षेत्र में गठित विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के स्टाॅल लगाकर, उनमें लोगों को मिलेट्स से बनने वाले विभिन्न प्रकार के उत्पाद व व्यंजन उपलब्ध करवाने के साथ-साथ इन्हें बनाने का भी प्रशिक्षण प्रदान करे। उन्होंने कहा कि वर्तमान युवा पीढ़ी को घरों में मिलेट्स (मोटे अनाज) से बनाये जाने वाले विभिन्न प्रकार के व्यंजनों की जानकारी ही नहीं होती है जिसके अभाव में मिलेट्स से बनने वाले विभिन्न प्रकार के खाद्य व्यंजन, हर घर से, हम सभी से दूर हो रहे है।
उन्होंने कहा कि मेले के दौरान घरों मंे प्राचीन समय से बनने वाले पापड़, आमला कैंड़ी, पेय पदार्थ सतू और शिड्डू आदि बनाने का प्रशिक्षण प्रदान किया जाए ताकि इस प्रकार के व्यंजनों को बनाने की विधि से युवा पीढ़ी अवगत हो सके। उन्होंने आयुष विभाग को भी निर्देश दिए कि घरों के रशोई घर में रखे जाने वाले विभिन्न प्रकार के आयुष संबंधी चीजों का प्रचार प्रसार करे और लोेेगों को उनके बारे में व उनके प्रयोग करने के तरीकों की प्रभावी जानकारी प्रदान करे ताकि लोग आवश्यकता पड़ने पर उनका उपयोग कर सके।
एसडीएम ने कहा कि मेले के दौरान लोगों को उनकी जड़ों से जोड़ने के लिए पहली बार इस तरह के प्रयास किए जा रहे ताकि मनोरंजन के साथ-साथ आम जन को विभिन्न चीजों के बारे में प्रशिक्षित भी किया जा सके।
बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।