शिमला। बुधवार को शिमला में विमल नेगी मौत मामले में भाजपा ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को ज्ञापन सौंपा. इसके बाद से प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा इस मामले का राजनीतिकरण कर रही है. भाजपा के नेता सत्ता से बाहर रहने की छटपटाहट बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए, अलग-अलग हथकंडे अपनाकर सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं.
हिमाचल सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि भाजपा इस पूरे मामले पर राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि इस मामले को राजनीतिक रंग देने के पीछे भाजपा नेताओं की छटपटाहट है. बीजेपी ने पहले भी राज्यसभा चुनाव के दौरान सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की थी लेकिन सफलता नहीं मिली. प्रदेश की बुद्धिमान जनता ने दूरगामी प्रभाव को देखते हुए सरकार को दोबारा चुना. राजेश धर्माणी ने कहा कि मुख्यमंत्री भाजपा केवल सरकार को किसी न किसी तरह से अस्थिर करने का प्रयास कर रही है. भाजपा ने और भी राज्यों में मिशन लॉट्स करके सरकार को गिराने का काम किया है. प्रदेश में विकास कार्य न हो पाए, सरकार सामान्य तरीके से ना चल सके भाजपा के बाल इसके लिए षडयंत्र कर रही है. धर्माणी ने कहा कि सरकार जांच के लिए पूरी तरह से तैयार है लेकिन HPPCL के मामले में पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल की भी जांच होनी चाहिए. वर्तमान सरकार HPPCL को लेकर पहले ही सभी तथ्य विधानसभा के पटल पर रख चुकी है.
वहीं, बिलासपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्रा से छेड़छाड़ मामले में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि छात्रा की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है. वहीं आरोपी प्रिंसिपल को स्पेंड कर के डायरेक्टरेट अटैच कर दिया गया है. ताकि वह छात्रों के साथ संपर्क में न रह सके. उन्होंने कहा कि समाज में इस तरह के कृत्यों के लिए कोई स्थान नहीं है भविष्य में ऐसी वारदात न हो इसके लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी