नई दिल्ली, 01 जून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नेपाल के साथ मजबूत रिश्तों का जिक्र करते हुए तमाम समस्याओं के समाधान की बात कही। पीएम मोदी ने रामायण सर्किट परियोजना के जरिए देश के करीबी पड़ोसी के साथ दिल जोड़ने की बात कर गए। पीएम मोदी ने कहा कि भारत नेपाल के साथ सभी मुद्दों का समाधान करेगा। उन्होंने कहा कि हम अपने रिश्तों को हिमाचल जितनी ऊंचाई देने का काम करेंगे। दोनों देशों के पीएम की तस्वीरों से चीन को जरूर मिर्ची लग रही होगी। दरअसल, चीन भी नेपाल पर डोरे डालने की कोशिश कर रहा है लेकिन नेपाल अपने सबसे करीबी दोस्त के पास ही आया है।
पीएम मोदी ने बैठक के बाद कहा कि भारत और नेपाल के धार्मिक और सांस्कृतिक संबंध बहुत पुराने हैं और बहुत मजबूत है। इस सुंदर कड़ी को और मजबूती देने के लिए पीएम प्रचंड और मैंने निश्चय किया है। रामायण सर्किट से संबंधित परियोजनाओं में तेजी लाई जानी चाहिए। हम अपने रिश्तों को हिमालय जितनी ऊंचाई देने के लिए काम करते रहेंगे। इसी भावना से हम सभी मुद्दों का चाहे सीमा का हो या फिर कोई और विषय सभी का समाधान करेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि आज मैंने और पीएम प्रचंड ने भविष्य में अपनी पार्टनरशिप को सुपरहिट बनाने के लिए बहुत से महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। आज ट्रांजिट एग्रीमेंट संपन्न किया गया है। इसमें नेपाल के लोगों के लिए नए रेल रूट्स के साथ-साथ भारत के इनलैंड वाटर वेज सुविधा का भी प्रावधान किया गया है। हमने नए रेल लिंक स्थापित कर फिजिकल कनेक्टिविटी को बढ़ाने का निर्णय लिया। साथ ही साथ भारतीय रेल संस्थानों में भारत के रेलकर्मियों को प्रशिक्षण प्रदान करने का भी निर्णय लिया गया है।
पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच आर्थिक रिश्तों को भी मजबूत करने वाली बातें बताईं। उन्होंने कहा कि नेपाल के सुदूर पश्चिमी क्षेत्र से कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए सिरसा और जूनाघाट में 2 और पुल बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि क्रॉस बॉर्डर डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए फाइनेंसियल कनेक्टिविटी में उठाए गए सुविधा का हम स्वागत करते हैं। हजारों विद्यार्थी और लाखों को टूरिस्टों को इसका फायदा मिलेगा। तीन आईसीपी के निर्माण से आर्थिक मजबूती मिलेगी।