शिमला, 20 जून। राजधानी शिमला में पर्यटन सीजन के बीच दो टैक्सी यूनियनों के बीच टकराव बढ़ गया है। शिमला और सिरमौर से ताल्लुक रखने वाली देवभूमि और चूड़ेश्वर टैक्सी यूनियनों के बीच पिछले दिनों खूनी झड़प हुई थी। मामले ने इस कदर तूल पकड़ लिया है कि चूड़ेश्वर टैक्सी यूनियन के समर्थन में सिरमौर के लोग भारी तादाद में मंगलवार को डीसी दफ्तर शिमला के बाहर जमा हुए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। चूड़ेश्वर टैक्सी यूनियन के बैनर तले हुए इस विरोध प्रदर्शन में टैक्सी ऑपरेटरों और चालकों ने शिमला की देवभूमि टैक्सी यूनियन पर शहर छोड़ने और धमकाने के आरोप लगाए। प्रदर्शनकारियों ने शिमला से ताल्लुक रखने वाले मंत्री अनिरुद्ध सिंह पर क्षेत्रवाद फैलाने, उनके साथ भेदभाव करने व प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का दवाब बनाने के आरोप जड़े।
हंगामा बढ़ता देख एसपी शिमला संजीव गांधी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। एसपी ने कहा कि टैक्सी यूनियनों के मामले को सुलझाने के लिए डीसी शिमला ने कमेटी का गठन किया है।
चूड़ेश्वर टैक्सी यूनियन के प्रधान बलबीर राणा और सिरमौर यूनियन के नेता प्रदीप सिंगटा ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि वे विवाद को सुलझाना चाहते हैं, जिसे लेकर प्रशासन से शिकायत की गई थी।
उनका कहना है कि शिमला किसी एक का नहीं है, सबका है। शिमला के टैक्सी ऑपरेटर सिरमौर के टैक्सी चालकों को पीट रहे हैं। सिरमौर के टैक्सी वालों और गाइड के तौर पर काम करने वाले मजदूरों को शिमला से भगाने की खतरनाक साजिश रची जा रही है। यह मान्य नहीं होगा। वह शान्ति से बात कर काम करना चाहते हैं।
गौरतलब है कि मामले की शुरुआत 16 जून को तब हुई थी, जब ऑकलैंड में सवारियों को ले जाने को लेकर दोनों टैक्सी यूनियनों के कुछ लोगों में सवारियों को लेकर कहासुनी हुई। इस बीच जमकर लात-घुसे चले। इसमें टैक्सी चालक सुरेश राणा, सूरज सहित तीन लोग घायल हुए हैं। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत करवाया। घटना में एक निजी वाहन सहित आधा दर्जन के करीब टैक्सियों के शीशे टूटे हैं। इस दौरान हड़कंप मचा रहा। स्थानीय लोगों को भी आवाजाही करने में परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अगले दिन यानी 17 जून की रात दोबारा विवाद पेश आया। आरोप है कि ऑलकैड टनल के पास कुछ लोगों ने पीड़ित सुरेश राणा के वाहन को रोक दिया। वह सवारी लेकर विक्ट्री टनल की तरफ जा रहे थे। इस दौरान सुरेश को वाहन से बाहर उतारकर मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान बीचबचाव में यूनियन के अन्य लोग भी शामिल हो गए और दोनों गुटों में जमकर हाथापाई हुई। बाद में स्थिति को नियंत्रण करने के लिए पुलिस फोर्स को बुलाना पड़ा। पुलिस ने मौके से वाहनों की तलाशी में करीब एक दर्जन डंड़े बरामद किए हैं। पर्यटन सीजन के बीच दोनों यूनियनों के बीच इस टकराव से शहर में टैक्सी संचालन का कार्य भी आंशिक तौर पर प्रभावित हुआ। सरेआम सड़कों पर टैक्सी चालकों को भिड़ते देख सैलानी भी सहम गए। पिछले कल सोमवार को देवभूमि टैक्सी यूनियन ने शहर में दिन भर टैक्सी सेवा को ठप रखा।
चूड़ेश्वर टेक्सी यूनियन के प्रधान बलबीर राणा के मुताबिक शिमला की देवभूमि टेक्सी यूनियन ने विवाद शुरू किया था। उन्होंने कहा कि चार दिन पहले जब शिमला में गाइड का काम करने वाला सिरमौर का एक युवक पर्यटकों को कार से ऑकलैंड स्थित एक होटल में ठहराने लाया। इससे देवभूमि टैक्सी यूनियन वाले भड़क गए और उन्होंने युवक की पिटाई करते हुए उसे यहां से भाग जाने को कहा। उनका आरोप है कि देवभूमि टैक्सी यूनियन शिमला में अपना वर्चस्व जमाना चाह रही है और हमें बाहरी बताकर यहां से भगाने की कोशिश हो रही है, जो कि किसी भी सूरत पर बर्दाश्त नहीं होगी।
दूसरी तरफ देवभूमि टैक्सी यूनियन के प्रधान राजा ठाकुर का कहना है कि शिमला में पर्यटकों के वाहनों को फ़र्ज़ी गाइड रोक रहे हैं तथा इस पर लगाम लगनी चाहिये। उन्होंने कहा कि वे इस बात के पक्षधर हैं कि शहर की टैक्सी यूनियनों के बीच शांति व सौहार्द बना रहे और कोई अप्रिय घटना न हो।