
शिमला। हिमाचल प्रदेश में चल रहे फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना(चरण II) जायका- ओo डीo एo के तहत खण्ड परियोजना प्रबंधनइकाई कुल्लू, जिला कुल्लू के अंतर्गत आने वाले 5 लाभार्थियों कोआजीविका गतिविधियों के तहत दिए जाने वाले साढ़े चार माह का कृषि उपकरणों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ 13 नवंबर को ऑर्चर्ड एंटरप्राइसिस, रामबाग़,आखारा बाजार कुल्लू में किया गया ।इस अवसर पर खण्ड परियोजना प्रबंधक कुल्लू डॉo जयंत रतना ने प्रसून शर्मा का धन्यवाद करते हुए प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षणकार्य के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी व उन्हे संबोधित करते हुए कहा कि जायका परियोजना की यह पहल लाभार्थियों कि आर्थिक स्तिथि को सुदृढ़ करने कि दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है ।
डॉ जयंत रतना ने बताया कि जायका परियोजना का उद्देश्य ग्रामीण किसानों को रोजगार के नए अवसर प्रदान कर उन्हे आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है । यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है । उन्होंने प्रतिभागियों से प्रशिक्षण में पूरी भागीदारी सुनिश्चित करने के दिशा निर्देश दिए । प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्रतिभागियों को विभाग द्वारा प्रत्येक माह प्रशिक्षण मानदेय भी दिया जाएगा ।इसके पश्चात ऑर्चर्ड एंटरप्राइसेस के प्रबंध निदेशक प्रसून शर्मा जी ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए प्रशिक्षुओं को उनके प्रशिक्षण के बारे में अवगत करवाया व उन्हे बताया कि किस तरह से वह यह कार्य सीख कर अपनी आजीविका में सुधार ला सकते है तथा सुचारू रूप से प्रशिक्षण पूरा करने के बाद वे स्वयं ही खेतों में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों की मुरम्मत कर सकते है ।
इस प्रशिक्षण के लिए ग्राम पंचायत गाहर से 1, ग्राम पंचायत करारसू से 2 तथा ग्राम पंचायत काईस से 2 लाभार्थियों को चयनित किया गया है । इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान सभी प्रशिक्षु टीकम राम, हरविन्दर ठाकुर, अमर सिंह, हेमराज, बंसी लाल तथा खण्ड परियोजना प्रबंधन इकाई कुल्लू से कृषि अधिकारी संजय कुमार व कनिष्ठ अभियंता मनमोहन सिंह मौजूद रहे ।