शिमला, 20 जुलाई। राजधानी शिमला के मॉल रोड के पास रेस्टोरेंट में दो दिन पहले हुए धमाके में दो किशोरों ने अपनी जान की परवाह किये बिना रेस्क्यू ऑपरेशन में हिस्सा लिया और गम्भीर रूप से घायल लोगों को बाहर निकालने में अहम भूमिका निभाई। इनमें कलीम भट्ट और पार्विक कुकरेजा शामिल हैं। सामाजिक संस्था नोफल ने दोनों किशोरों को गुरुवार को सम्मानित किया।
संस्था के अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने गुरु नानक घर आई.जी.एम.सी नजदीकी कैंसर अस्पताल शिमला में सरोपा और चांदी के सिक्के देकर कलीम और पार्विक को सम्मानित किया।
बता दें कि रेस्टोरेंट में हुए धमाके से मॉल रोड पर अफरा-तफरी मच गई थी। इस घटना में 62 वर्षीय एक बुजुर्ग की मौत हुई और 13 घायल हुए। शिमला पुलिस ने हादसे की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। पुलिस ने प्रारम्भिक जांच में धमाके का कारण गैस रिसाव बताई है।