हिमाचल के कांगड़ा स्थित जसवां-परागपुर से निर्दलीय प्रत्याशी कैप्टन संजय पराशर ने हार के बाद अपने निवास स्थान स्वाणा गांव में समर्थकों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह जसवां-परागपुर क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे सामाजिक सरोकारों को पहले की तरह ही निभाते रहेंगे। चुनाव नतीजे का ऐसे कार्यों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
संजय पराशर ने विधानसभा चुनाव में मिले 13400 मतों का आभार जताते हुए कहा कि वह इस समर्थन के लिए क्षेत्र की जनता के समक्ष नतमस्तक हैं। चुनाव में विजय न मिल पाने के बाद भी वह अपने समर्थकों, कार्यकर्ताओं और क्षेत्र की जनता के हर सुख-दुख में हमेशा खड़े रहेंगे।
परागपुर के जन औषधि केंद्र में लगाया स्वास्थ्य शिविर
पराशर ने कहा कि चुनाव आचार संहिता लगी होने के कारण उन्हें मजूबरी में सामाजिक कार्य रोक देने पड़े थे, लेकिन अब इसके हटते ही फिर से मेडिकल कैंपों का आयोजन शुरू कर दिया है। कहा कि शनिवार को परागपुर के जन औषधि केंद्र में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया, जिसमें कैंप में पहुंचे मरीजों की आखों की जांच की गई और निशुल्क दवाइयां व चश्मे वितरित किए गए।
पहले की तरह ही समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के लिए उनसे जो बन पड़ेगा, हर संभव मदद की जाएगी। संजय ने कहा कि वह जसवां-परागपुर क्षेत्र में आम जनता की सेवा करना चाहते हैं। इसी लक्ष्य को लेकर उन्होंने विधानसभा चुनाव भी लड़ा। अपने संसाधनों से आम जनमानस की सहायता करने का उनका ध्येय निरंतर जारी रहेगा। जीवन की अंतिम सांस तक वह क्षेत्र की जनता के साथ जुड़े रहेंगे।
फ्री इंग्लिश लर्निंग व कंप्यूटर कोर्स के लिए शुरू किए सेंटर
पराशर ने कहा कि उन्होंने फ्री इंग्लिश लर्निंग व कंप्यूटर सेंटर्स में 3 महीने से लेकर 2 वर्ष तक के कंप्यूटर कोर्स शुरू कर दिए हैं, जिससे क्षेत्र के विद्यार्थियों को फायदा होगा। वहीं, युवाओं को रोजगार हासिल करने में मदद मिलेगी। कहा कि इन केंद्रों में विद्यार्थी व युवा कभी भी प्रवेश ले सकते हैं। इन कंप्यूटर सेंटर्स के होनहार विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप का प्रावधान भी होगा।
संजय पराशर ने कहा कि जसवां-परागपुर क्षेत्र के युवाओं को नौकरी हासिल करने के लिए अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा। अगले वर्ष के आरंभ में ही क्षेत्र में निजी स्तर पर रोजगार केंद्र खोल दिया जाएगा।