शिमला, 20 सितंबर। कर्मचारी चयन आयोग हमीरपर में प्रश्नपत्रों के लीक होने का मामला बुधवार को विधानसभा में गूंजा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रश्नकाल में कहा कि राज्य सरकार द्वारा भंग किए गए कर्मचारी चयन आयोग हमीरपर में कई भर्ती परीक्षाओं के प्रश्नपत्र बेचे गए हैं। भंग कर्मचारी चयन आयोग में भ्रष्टाचार का सारा खेल पूर्व भाजपा सरकार की छत्रछाया में हुआ है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक प्रकरण में अब तक 65 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि 26 हिरासत में हैं।
उन्होंने कहा कि अभी तक पेपर लीक मामले में 25 विभिन्न पोस्टकोडों पर जांच की गई, जिनमें जांच के उपरांत छह मामलों को बंद कर दिया गया, जबकि अन्य 19 मामलों में जांच की जा रही है।
विधायक केवल सिंह पठानिया की ओर से पूछे गए बेरोजगारी संबंधित सवाल व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के अनुपूरक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने यह जानकारी दी।
सुक्खू ने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि कर्मचारी चयन आयोग की सभी परीक्षाएं लोक सेवा आयोग आयोजित करेगा। अब तक लोकसेवा आयोग ने छह पोस्टकोड़ों के 329 पदों का परिणाम घोषित कर दिया है। जबकि 300 पदों के घोषित होने बाकी हैं। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि भंग किए गए चयन आयोग द्वारा ली गई जो परीक्षाएं जांच के दायरे में नहीं हैं, उनके परिणामों को तीन माह में घोषित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य चयन आयोग को जल्द क्रियाशील किया जाएगा। इसके लिये नई भर्ती एजेंसी स्थापित करने की प्रक्रिया जारी है। इसे लेकर पूर्व आईएएस अधिकारी दीपक शानन की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है। नय चयन आयोग में पारदर्शी व्यवस्था बनाई जा रही है। इसके तहत राज्य चयन आयोग में सभी भर्तियां कंपयूटर आधार पर होंगी और किसी भी तरह का मानवीय हस्तक्षेप नहीं रहेगा। नए राज्य चयन आयोग की व्यवस्था में भर्ती परीक्षाओं के प्रश्नपत्र बदल कर आएंगे। इस आयोग में ली जाने वाली परीक्षाओं के परिणाम एक सप्ताह में घोषित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य चयन आयोग को क्रियाशील करने के लिए जल्द अधिकारियों की नियुक्तियां की जाएंगी।