शिमला, 26 सितम्बर। मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने भाजपा पर आपदा के समय भी ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा को बताना चाहिए कि क्या उन्होंने प्रदेश को इस आपदा से उभारने व लोगों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री से कोई प्रयास किया।
मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए नरेश चौहान ने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उन्हें प्रदेश के लोगों की कोई चिंता नही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा पहले आपदा को लेकर प्रदेश विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग करती रही और जब सरकार ने विधानसभा सत्र बुलाया तो आपदा को लेकर प्रदेश सरकार के उस संकल्प का समर्थन नही किया जिसमें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्र सरकार से इस आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने व विशेष आर्थिक मदद की मांग की गई थी।
उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि भाजपा को न तो प्रदेश की कोई चिंता है और न ही प्रभावित लोगों राहत देने की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्री व प्रदेश सरकार के सभी अधिकारी राहत कार्यो में अपना पूरा सहयोग दे रहें है। प्रदेश के लोग राहत कोष में भी बढ़चढ़ कर अंशदान दे रहें हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास में यह पहलीबार है कि किसी मुख्यमंत्री ने आपदा की इस घड़ी में अपनी सारी जमा पूंजी राहत कोष में दान की हो,और यह सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कर दिखाया हैं।
नरेश चौहान ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार भी मुख्यमंत्री के राहत कार्यो की प्रसंसा कर रहें है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग ने भी प्रदेश में राहत कार्यो के लिये मुख्यमंत्री की प्रसंसा की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा बैकफुट पर है जिसकी न तो कोई दिशा ने न ही दशा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने आपदा से प्रभावित लोगों को राहत देने के लिये राहत मैन्युल में संसोधन कर किया है और उन्हें पूरी मदद दी जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि केंद्र सरकार के मुखिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर बताते है प्रदेश की विशेष मदद करते। उन्होंने कहा कि उन्हें दुख है कि प्रधानमंत्री ने इस आपदा पर एक भी शब्द नही बोला।