शिमला, 30 जनवरी। बारिश-बर्फ़बारी को तरस रहे पहाड़ी राज्य हिमाचल में मौसम के तेवर बदल गए हैं। राज्य में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है और इसके प्रभाव से उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फ़बारी का दौर शुरू हो गया है। लाहौल-स्पीति, किन्नौर, चम्बा और कुल्लू जिलों की पर्वत श्रंखलाओं पर मंगलवार को रुक-रुक कर बर्फ़बारी हो रही है। इससे प्रदेश में ठिठुरन बढ़ गई है। राजधानी शिमला सहित राज्य के मैदानी इलाकों में आज धूप तो खिली, लेकिन ठंड का प्रकोप भी बना रहा।
इसी बीच मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अगले दो दिन भारी बर्फबारी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। इस साल सर्दी के सीजन में हिमाचल प्रदेश में पहली बार ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक 30 जनवरी की रात से पहली फरवरी तक राज्य में भारी बारिश-बर्फ़बारी होने की संभावना है। 31 जनवरी और 01 फरवरी को मध्यपर्वतीय व उच्च पर्वतीय इलाकों में भारी बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल का कहना है कि 31 जनवरी को चम्बा, कुल्लू, मंडी, शिमला, कांगड़ा, लाहौल स्पीति औऱ किन्नौर में भारी बर्फ़बारी का ऑरेंज अलर्ट रहेगा। वहीं 01 फरवरी को चम्बा, कुल्लू, कांगड़ा और लाहौल-स्पीति में ओरेंज अलर्ट रहेगा। दो फरवरी को मैदानी व मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में मौसम साफ हो जाएगा। जबकि उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फ़बारी हो सकती है। 3 व 4 फरवरी को भी समूचे प्रदेश में मौसम खराब रहेगा, लेकिन कोई अलर्ट नहीं रहेगा।
मौसम विभाग ने अगले दो दिन व्यापक बर्फ़ गिरने से राज्य के पहाड़ी इलाकों में परिवहन, बिजली व पेयजल की आपूर्ति बाधित होने की आशंका जताते हुए शासन-प्रशासन को सचेत रहने को कहा है। बर्फ़बारी के कारण वाहनों के अलावा हेली सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है। साथ ही तापमान में भी भारी गिरावट आने के आसार हैं।