शिमला, 24 जनवरी। हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद सरकारी योजनाओं के नाम बदलने की परंपरा भी चल पड़ी है। विपक्षी दल भाजपा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की सत्ता पर काबिज सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान संचालित योजनाओं के नाम बदल रही है।
भाजपा का कहना है कि अटल के नाम पर चल रही सरकारी योजनाओं के नाम बदलकर राजीव गांधी के नाम पर रखा जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कार्यालय में पदभार संभालने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कांग्रेस सरकार ने हिमाचल प्रदेश में योजनाओं के नाम बदलने की नई रिवायत शुरू कर दी है। भारत रतन अटल बिहारी वाजपई के नाम योजनाओं को अब हिमाचल में राजीव गांधी के नाम पर रखा जा रहा है औऱ यह कोई स्वस्थ परंपरा नही है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि अटल जी के नाम पर हमने डे बोर्डिंग स्कूल की योजना शुरू की, कई बोर्डिंग स्कूलों का तो शिलान्यास भी हो गया पर अब इस योजना का नाम राजीव गांधी के नाम पर रखा जा रहा है। अटल नाम हटाना सही नही, अटल जी हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते थे और हिमाचल के लोग भी उनसे तहे दिल से जुड़े थे।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार लगातार जनविरोधी फैसले ले रही है। पूरे प्रदेश में कार्यालयों को बंद किया गया है, जो प्रदेश हित में नहीं है। ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी सरकार के एक साल के कार्यकाल का रिव्यू हुआ है, यह बंद करना का सिलसिला ठीक नहीं। आने वाले समय में सरकार पांच साल के निर्णय का भी रिव्यू कर सरकती है।
उन्होंने कहा कि सरकार अगर जनहित में निर्णय नहीं लेगी तो भाजपा पूरी ताकत के साथ उनके फैसलों का विरोध करेगी। प्रदेश के विकास के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कर्मचारियों को ओपीएस देना अच्छी बात है, मगर इसके लिए संस्थानों को बंद करना तर्कसंगत नहीं है। डीजल की कीमतों में वृद्धि कर गरीबों पर महंगाई का बोझ डाला गया है। कोविड के बावजूद बीजेपी की सरकार ने पूर्व की कांग्रेस सरकार से कम कर्ज लिया। एक तरफ सरकार सरकारी खजाना खाली होने की बात कह रही है दूसरी ओर छह सीपीएस बनाए गए हैं और अन्य लोगों को भी कैबिनेट रैंक दिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सीमेंट फैक्ट्री विवाद को लेकर सरकार का दायित्व है कि मामले को गंभीरता से ले और रास्ता निकाले, पहले की सरकारो ने भी मामले सुलझाए हैं।