शिमला, 23 फरवरी। हिमाचल प्रदेश में बीते एक वर्ष में राज्य में 335 डाॅक्टरों के तबादले हुए हैं। वहीं राज्य में 279 अस्पतालों में डाॅक्टरों की कमी चल रही है। विधायक हंस राज और कुलदीप सिंह राठौर के सवाल के लिखित जवाब में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री धनीराम शांडिल ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 25 सिविल अस्पतालों में सभी डाॅक्टर कार्यरत हैं। सिविल अस्पताल ठियोग, बड़ागांव और कयमूनिटी हैल्थ सेंट कोटगढ़ में डाॅक्टरों के 8 पद रिक्त हैं। इनमें ठियोग में 5, कोटगढ़ में 1 और बड़गांव में 2 पद खाली हैं। उन्होंने बताया कि रिक्त पदों को भरा जाना एक निरंतर प्रक्रिया है। शांडिल ने बताया कि चंबा मेडिकल काॅलेज में प्रतिदिन 10 सीटी स्कैन और 80 अल्टासाउंड हो रहे हैं। इस मेडिकल काॅलेज में वर्तमान में तीन रेडियोलोजिस्ट सेवारत हैं।
विधायक जनक राज के सवाल के लिखित जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश भर में कुल 2677 डाॅक्टर तैनात हैं। उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश में चिकित्सक व जनसंख्या का अनुपात 1ः3 हजार है। यानी 3 हजार जनसंख्या पर एक डाॅक्टर तैनात है। उन्होंने बताया कि बीते एक साल में आईजीएमसी में डाॅक्टरों के 30 और सिविल अस्पताल सुजानपुर में डाॅक्टरों के 4 नए पद सृजित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि कमयूनिटी हैल्थ सेंटर किलाड़, होली, भरमौर और चूडी में डाॅक्टरों के 27 पद सृजित हैं, जिनमें से 13 पद भरे हुए हैं जबकि 14 पद खाली हैं।