शिमला। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला शिमला में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान जिले में 0 से 5 वर्ष के बच्चों में डायरिया के प्रति जागरूकता लाने के लिए चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर वर्ष 3 बार यह अभियान चलाया जाता है। इस अभियान के तहत आशा वर्कर और स्वास्थ्य कर्मी घर घर जाकर लोगों को डायरिया के प्रति जागरूक करते है और 0 से 5 वर्ष के बच्चों के लिए ओआरएस के पैकेट और जिंक की गोलियां दी जाती है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ मनीष सूद ने कहा कि जिला में डायरिया को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान 14 मार्च से शुरू किया गया है। यह 27 मार्च तक चलेगा है। इसमें आशा वर्कर और स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से लोगों को घर घर जा कर जागरूक किया जाता है। इस दौरान 0 से 5 वर्ष के बच्चों को घर घर जा कर ओआरएस के पैकेट और जिंक की गोलियां दी जाती है और साथ ही उनके माता पिता को यह भी बताया जाता है कि ओआरएस कैसे बनाए जाता है।