शिमला। स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल और उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि भाजपा की चाल, चेहरा और चरित्र हिमाचल प्रदेश की जनता के सामने बेनक़ाब हो गया है। कांग्रेस के बाग़ी विधायकों के भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने से यह बात स्पष्ट हो गई है कि इस पूरे षड्यंत्र के पीछे भाजपा नेताओं का सत्ता लोभ ही था। भाजपा की शह पर ही बाग़ियों ने लोकतांत्रिक तरीक़े से चुनी गई सरकार को गिराने की साज़िश रची और जन भावनाओं से खिलवाड़ किया है। यही नहीं, भाजपा के प्रभाव में आकर ही बागियों ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार के विरुद्ध वोट दिया।
मंत्रियों ने कहा कि वह नेता कांग्रेस पार्टी पर आज सवाल उठा रहे हैं, जिन्हें पार्टी ने हाथ के चुनाव चिन्ह पर चुनाव जितवाया, सम्मान दिया और विभिन्न पदों पर सुशोभित किया। सत्य यह है कि सभी बागी निजी स्वार्थ के कारण कांग्रेस पार्टी से बाहर गए हैं और इसका प्रदेश की जनता के हित से कोई लेना-देना नहीं है। कांग्रेस पार्टी को अपनी मां का दर्जा देने वालों ने अपनी मां की पीठ में छुरा घोंपा है और आज भाजपा की कठपुतली बन गए हैं। छह बागी विधायकों ने प्रदेश के इतिहास में अवसरवादी राजनीति का एक काला अध्याय जोड़ दिया है, जिसके लिए उन्हें प्रदेश की जनता कभी माफ़ नहीं करने वाली है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सवा साल के छोटे से कार्यकाल में चुनाव के दौरान दी गई दस गारंटियों में से पांच को पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकारी क्षेत्र में ही 22 हजार से अधिक पद भरे जा रहे हैं और स्वरोज़गार के अवसर प्रदान करने के लिए 680 करोड़ रुपए की स्टार्ट-अप योजना शुरू की गई है। सरकारी कर्मचारियों के साथ किए गए वादे को निभाते हुए पहली ही कैबिनेट की बैठक में पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की। उन्होंने कहा कि महिलाओं को 1500 रुपए देने का वादा भी पूरा कर दिया गया है। दूध पर समर्थन मूल्य देने वाला हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है।
मंत्रियों ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हर चुनौती का सामना करने में समक्ष है और पार्टी के सभी नेता व कार्यकर्ता एकजुट हैं। जनता ही कांग्रेस पार्टी की ताक़त है। आने वाले लोकसभा चुनाव और उपचुनाव में प्रदेश के मतदाता धन-बल की राजनीति को करारा जवाब देगी। कांग्रेस के प्रत्याशी बड़े अंतर से विजयी होंगे और प्रदेश की जनता स्वार्थी ताक़तों और लोकतंत्र का मज़ाक़ बनाने वालों को सबक़ सिखाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता का समर्थन मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ है और हिमाचल प्रदेश में आया राम-गया राम की संस्कृति नहीं चलेगी।