शिमला। निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे मामले में हिमाचल उच्च न्यायालय में आज सुनवाई हुई. जिसमें याचिका कर्ता पक्ष की ओर से कोर्ट में अपनी दलीलें पेश की गई. याचिका कर्ता पक्ष की ओर से पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल मनिंदर सिंह पेश हुऐ थे. याचिका कर्ता पक्ष की ओर से मामले में दलीलें पूरी हो गई हैं. वहीं अब विधानसभा अध्यक्ष की ओर से दलीलें पेश की जाएगी. ऐसे में 30 अप्रैल को मामले की सुनवाई फिर शुरु होगी. विधानसभा अध्यक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता और कांग्रेस नेता का कपिल सिब्बल भी वर्चुअल माध्यम से अपीयर हुऐ थे. मीडिया से बातचीत में हिमाचल हाई कोर्ट में महाधिवक्ता अनूप रतन ने इस बाबत जानकारी दी.
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में महाधिवक्ता अनुप रतन ने कहा कि मामले में अभी तीन निर्दलीय विधायकों की ओर से पेश हुए अधिवक्ता ने अपनी दलीलें ने पेश की है. मामले में अब विधानसभा अध्यक्ष की ओर से पेश होने वाले अधिवक्ता दलिलें पेश करेंगे. अनुप रतन ने कहा कि मामले में अब अगली सुनवाई आने वाले मंगलवार को 4:15 बजे शुरू होगी. AG ने कहा कि प्रदेश पूछ रहा है कि इन निर्दलीय विधायकों ने इस्तीफा क्यों दिया. वहीं इस्तीफा स्वीकार करने के मामले में आर्टिकल 190 के तहत विधानसभा अध्यक्ष को मामले की जांच करने का पूर्ण अधिकार है. ऐसे में ऐसा महसूस होता है कि निर्दलीय विधायक फैसले में देरी करने के लिए मामले को उच्च न्यायालय में ले आए. अनुप रतन ने कहा कि मामले में विधानसभा अध्यक्ष की ओर से सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल और उनके साथ ही एडवोकेट वर्चुअल माध्यम से अपीयर हुए थे