कसौली सोलन। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कसौली विधान सभा क्षेत्र का प्रवास किया उन्होंने कहा की वर्तमान कांग्रेस सरकार कर्मचारी विरोधी सरकार है।
उन्होंने कहा की प्रदेश में वोकेशनल शिक्षकों को 3 माह से वेतन नहीं मिला है । पिछले 11 वर्षों से स्कूलों में तैनात व्यावसायिक शिक्षकों को वेतन संबंधित समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं। आए दिन कंपनियों द्वारा व्यावसायिक शिक्षकों को तुगलकी फरमान जारी करना इस सरकार के लिए कोई नई बात नहीं है। यही कारण है कि समय समय पर निजी कंपनियों को बाहर का रास्ता दिखाने के लिए मांग उठाई जाती रही है।
उन्होंने कहा की सरकार के आर्थिक हालात विभागीय योजनाओं को पूरा करने में रोड़ा बन गए हैं। यही कारण रहा कि पिछले वित्त वर्ष में बजट प्रोवीजन के बावजूद लगभग 1200 करोड़ रुपये का सरेंडर हुआ है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के वित्तीय कुप्रबधन के कारण विकास अवरूद्ध है, 15 महीने के कार्यकाल में कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल प्रदेश में एक भी विकास कार्य नहीं किया है अपितु प्रदेश के विकास में रोड़ा अटकने का कार्य जरूर किया है। जहां पूर्व भाजपा सरकार ने हिमाचल की विकास की गति को पंख लगाए थे वहीं वर्तमान सरकार ने विकास की गति को विराम लगा दिया है।
उन्होंने कहा की प्रदेश में हिमकेयर योजना के तहत नि:शुल्क इलाज के जरूरतमंद गरीब मरीजों को झटका लगा है। राज्य के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी ने अधिकांश सुपर स्पेशियलिटी विभागों में सर्जरी बंद कर दी है। कारण यह है कि अकेले आईजीएमसी का ही हिमकेयर में 70 करोड़ बकाया हो गया है। इस योजना से हिमाचल प्रदेश में जनता को बड़ा लाभ हो रहा था पर कांग्रेसी सरकार में इस योजना को बाधित कर इस लाभ को रोक दिया। आयुष्मान भारत और हिम केयर योजना के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश में 300 करोड़ का बकाया चल रहा है। जनता परेशान है और सरकार मस्त है।