हिमाचल प्रदेश। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आ कहा कि आज़ादी के बाद से अब तक रक्षा सौदों में दलाली खाने वाली कांग्रेस सेना पर ज्ञान ना हीं बाँटे तो बेहतर होगा। अच्छी सुविधाओं के लिए हमारे सैनिक तरसते रह गए और कांग्रेस दुश्मन देशों के एजेंडे पर भारतीय सेना को कमजोर करती रही। मोदी राज में भारतीय सेना और सीमा दोनों ही सशक्त और सुरक्षित हुए हैं। कांग्रेस बताए कि वो चीन-पाकिस्तान की कठपुतली क्यों बनी रही?
अनुराग ठाकुर ने यह बातें आज हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान के दौरान बड़सर और कुटलैहड़ विधानसभा में जनसभाओं व मीडिया कर्मियों से वार्तालाप के दौरान कहीं।
अनुराग ठाकुर ने कहा “आज़ादी के बाद लम्बे समय तक शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी यदि अपने स्वार्थ तक सीमित न रह कर देशहित के बारे में सोचती तो भारत बहुत पहले महाशक्ति बन चुका होता।कांग्रेस शासनकाल में देश जल,थल,नभ में हुए बड़े घोटालों का गवाह बना जिसने विश्व में हमारी अस्मिता को चोट पहुँचा कर हमारी छवि एक कमज़ोर देश के रूप में बनाई।इतिहास गवाह है कि आज़ादी के बाद से अब तक कांग्रेस पार्टी ने हर डिफ़ेंस डील में अपनी डील को तरजीह दी है।हमेशा से कांग्रेस का एजेंडा देश के पैसे को अपनी जेबों में भरने का रहा है।आज़ादी के तुरंत बाद चाहे इंग्लैंड से 3 हज़ार जीपों ख़रीदने का मामला हो या फिर बोफ़ोर्स से लेकर स्कॉर्पियन सबमरीन और वीवीआईपी हेलीकॉप्टर अगस्तावेस्टलैंड घोटाले की बात हो,हर मामले में कांग्रेस पार्टी के हाथ दलाली से रंगे हैं।सेना की मज़बूती के लिए ख़र्च होने वाले पैसों को कांग्रेसी नेताओं ने अपनी अय्याशीयों पर ख़र्च करती रही और आभाव में सीमा पर हमारा सैनिक मरता रहा।इस सब से आँखे मूँद नामदारों का अधिकतर समय अपनी छुट्टियाँ मनाने में ही बीतता रहा”
आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा”जिनके कंधों पर देश को सुरक्षित रखने की ज़िम्मेदारी थी उन्हें अपने विदेशी मेहमानों और फ़िल्म स्टारों के साथ देश के बाहर जाकर छुट्टियाँ मनाने से ही फ़ुर्सत नहीं थी।जिस परिवार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को ताक पर रख कर देश के गौरव आईएनएस विराट युद्धपोत को अपनी छुट्टियाँ मनाने के लिए टैक्सी की तरह इस्तेमाल किया देश उस परिवार को दोबारा सत्ता सौंपने का जोखिम कभी नहीं उठायेगा।पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी ने देश की सुरक्षा में तैनात युद्धपोत को अपने निजी उपयोग के लिए रिश्तेदारों के साथ 10 दिनों तक घूमने के लिए इस्तेमाल किया।राष्ट्रीय क्योंकि इस नेहरु-गांधी परिवार के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा कभी चिंता का विषय नहीं रहा इसलिए तब भी और अब भी इनकी गतिविधियाँ देश हित के प्रतिकूल ही रहीं”
अनुराग ठाकुर ने कहा कि “ देश का बंटवारा हुए 75 वर्ष हो गए परंतु कांग्रेस के तार आज भी पाकिस्तान से परस्पर जुड़े हुए हैं। तभी तो कभी कांग्रेस वाले पाकिस्तान की गोद में बैठे मिलते हैं तो कभी पाकिस्तान वाले कांग्रेस की गोद में बैठे मिलते हैं। पांचवें चरण के मतदान से खबर आ रही है कि राहुल गांधी रायबरेली से चुनाव हार रहे हैं लेकिन पाकिस्तान से उन्हें लगातार समर्थन मिल रहा है। इनका यह नेक्सस इस बात का उत्तर देता है कि आखिर कांग्रेस क्यों सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगती है। यह इस प्रश्न का भी उत्तर देता है कि आखिर कांग्रेस क्यों भारत से परमाणु हथियारों को खत्म करना चाहती है। एक ओर ये लोग भारतीय परमाणु हथियारों को खत्म करने की बात करते हैं और दूसरी ओर हमें पाकिस्तान के एटम बम का डर दिखाते हैं। डोकलाम विवाद के समय भी जब भारतीय सैनिक चीनी फौज से लोहा ले रहे थे तब राहुल गांधी चीनी अधिकारियों के साथ डिनर कर रहे थे। कांग्रेस से जुड़े NGO को चीन से फंड मिलना ये बताता है की कांग्रेस को बैक डोर से चीन का भी समर्थन मिलता है। इस नेहरू गांधी परिवार ने देश कि हजारों एकड़ भूमि को चीन और पाकिस्तान को दिया हुआ है। इन सबसे स्पष्ट है कि कांग्रेस का हाथ विदेशी ताकतों के साथ है जो भारत को अस्थिर करने में लगी हैं”
अनुराग ठाकुर ने कहा कि “मोदी सरकार के 10 वर्षों के कार्यकाल में सेना के लिए जो कार्य हुए हैं, वह पिछले 60 वर्षों में भी नहीं हुए होंगे। हमने सेना की वर्षों पुरानी मांग, वन रैंक वन पेंशन को लागू किया। अभी तक एक लाख करोड़ से ज्यादा पैसा हम हमारे बहादुर पूर्व सैनिकों को दे चुके हैं। कांग्रेस ने तो अपने 10 वर्षों में सेना को एक भी बुलेट प्रूफ जैकेट तक नहीं दिया। उनके दौर में सेना जरूरी साजो सामान के लिए तरसती थी। इन्होंने सैन्य सामानों में भी घोटाले किए। लेकिन मोदी जी ने सेना को सभी अत्याधुनिक हथियार दिलाए। आज हमारी सेना के पास राफेल विमान से लेकर बुलेट प्रूफ जैकेट, आईएनएस विक्रांत से लेकर तेजस विमान और अग्नि मिसाइल हैं। हमने सिर्फ बॉर्डर पर 6800 किलोमीटर से ज्यादा सड़के बनाई हैं। पिछले वर्ष देश में एक लाख करोड़ से ज्यादा रक्षा उत्पादन किया गया है। यही नहीं हमने नॉर्थ ईस्ट में लगभग 11 शांति समझौते किए हैं आज पूरे देश में नक्सली हथियार डाल रहे हैं। कांग्रेस ने कभी भी इन मुद्दों का समाधान नहीं किया बल्कि उन्हें हमेशा बढ़ने दिया। जो भारत कभी विश्व में सबसे बड़े रक्षा आयातक के तौर पर जाना जाता था वह आज अपने ही देश में रक्षा क्षेत्र से जुड़े एक लाख करोड़ से ज्यादा के समान बना रहा है”