शिमला। नारद जयंती के अवसर पर विश्व संवाद केंद्र शिमला की ओर से पत्रकारों के लिए शुक्र वार को राज्यस्तरीय पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता केंद्रीय विश्वविद्यालय में सहायक आचार्य किस्मत कुमार व मुख्य अतिथि जनसंपर्क विभाग से सेवानिवृत निदेशक आरती सूद ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
उन्होंने इस मौके पर कहा कि सत्य का अन्वेषण भारत की संस्कृति की विशिष्ट पहचान है। उन्होंने भारतीय का मूल चिंतन लाखों साल पुराना है जोकि सत्य का अन्वेषण पर आधारित है। उन्होंने कहा कि भारत में चरित्र निर्माण में सबसे अधिक भूमिका धर्म की है जोकि मूल भारतीय तत्व सत्य के अन्वेषण पर आधारित है। जबकि अन्य धर्म केवल सीमित दायरे में इसकी व्याख्या करते हैं। जिस कारण धर्म की अपेक्षा उनको मजहब कहना ही सही है। उन्होंने कहा कि हमारे भारतीय समाज के आदर्श चरित्रों को खराब करने का योजनापूर्वक प्रयास किए किए गए। जैसे बुद्धि के देवता को मूर्ख बताने के लिए उनको गोबर गणेश, कृष्ण भगवान के लिए मिट्टी का माधो जैसे मुहावरे गढ़े गए। उन्होंने बताया कि भारत के सैकुलर शब्द भारत के लिए है ही नहीं भारतीय समाज के चिंतन में आई गिरावट पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि आज हम अपने देश की अपेक्षा पश्चिमी देशों को प्राथमिकता देने लगे है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से हिंदू त्योहार नहीं आते फिर भी हम उस सभ्यता का अंधानुकरण कर रहे हैं। उन्होंने सप्ताह पूर्व एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि किसी परिचित ने उनसे फोन नंबर मांगा तो जब हिंदी में नंबर बताए तो उनको कुछ समझ नहीं आया तो उन्होंने आग्रह किया कि वे इसको हिंदी में बोले यानि अब अंग्रेजी को लेकर हिंदी की तरह सहज हो गए हैं। कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान में वरिष्ठ अध्येता प्रोफेसर हरीमोहन बुधोलिया मौजूद रहे।
बिगाड़ा गया है नारद जी की छवि को, पत्रकार सुधारे ये छवि: बुधौलिया
कार्र्यक्रम में मौजूद विशिष्ठ अतिथि प्रोफेसर मोहन बुधौलिया ने कहा नारद की छवि को बिगाड़ा गया है। उनकी छवि को सुधारना पत्रकारों का दायित्व है। पत्रकारों की शक्ति समाज सुधार में अहम है। पत्रकारों को इनके बेहतर काम के लिए पुरस्कार मिलने चाहिए। पत्रकारों को राष्ट स्तर पर और राज्य स्तर पर भी पुरस्कार मिलना चाहिए।
आज वो समय है जब हम पुराने नकारात्मक विमर्श को लेकर जागरूक हो: सूद
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जनसंपर्क विभाग से सेवानिवृत निदेशक आरती सूद ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज वो समय है जब हम पुराने नकारात्मक विमर्श को लेकर जागरूक हो। उन्होंने नारद जी द्वारा लिखित समाज के लिए कल्याणकारी ग्रंथों का जिक्र किया जिसमे नारद भक्ति सूत्र, नारद पुराण, नारदीय ज्योतिष आदि ग्रंथ समाज के मार्गदर्शक का कार्य कर रहे हैं। वहीं इस अवसर पर प्रांत प्रचार प्रमुख प्रताप ने कहा कि आज आम नागरिकों की सहभागिता हुई है। अब पत्रकारिता कुछ लोगो तक सीमित नहीं नही रह गई है।
प्रो. जय प्रकाश लिखित पुस्तक नारदीय संचार नीति का अनावरण
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रो. जय प्रकाश लिखित पुस्तक नारदीय संचार नीति का अनावरण किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय से सेवानिवृत उपकुलपति नरेंद्र कुमार शारदा, विश्व संवाद केंद्र न्यास के अध्यक्ष राजेश बंसल,उपाध्यक्ष यादवेंद्र सिंह चौहान, प्रांत सह प्रचार प्रमुख मोतीलाल, वरिष्ठ पत्रकार अनिल भारद्वाज, प्रकाश भारद्वाज, भूपेंद्र शर्मा, प्रीति मुकुल पूनम भारद्वाज, दिपिका शर्मा, अभिषेक शर्मा, राजेश कौंडल, राजेंद्र शर्मा, दैनिक सवेरा से कुलदीप कश्यप, संतोष कुमार, रविंद्र जस्टा, सहित अन्य वरिष्ठ पत्रकारों सहित अन्य मौजूद रहे।
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