मंडी/हमीरपुर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज हिमाचल प्रदेश के मंडी में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार कंगना रनौत के पक्ष में हमीरपुर मैं केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के पक्ष में प्रचार के अंतिम दिन चुनाव प्रचार किया। कुल्लू में जनसभा को सम्बोधित करते हुई रैली कंगना की जमकर तारीफ़ की और उनकी तुलना मीराबाई से लेकर रानी पद्मिनी और रानी लक्ष्मीबाई से करते हुए कहा कि कंगना रनौत में मीराबाई के जैसी भक्ति हैं उसमें महारानी पद्मिनी का तेज है और विरोधियों से जूझने के लिए रानी लक्ष्मीबाई जैसा शौर्य और वीरांगना का भाव भी हैं. आपने देखा होगा कैसे इन्होंने मुंबई में उद्धव ठाकरे और कांग्रेस की सरकार को सड़को पर नाकों चने चबवा दिए थे। उन्होंने एक बार फिर 400 पार के नारे को दोहराते हुए दावा किया कि आज लोग कह रहे हैं जो राम लाए हैं हम उनको लाएँगे।
मुख्यमंत्री योगी ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के पक्ष में प्रचार करते हुए कहा कि अनुराग प्रधानमंत्री के नवरत्नों में से एक है और प्रधानमंत्री मोदी कि केबिनेट का एक स्मार्ट चेहरा जो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केबिनेट मंत्री पीयुष गोयल की बराबरी का गिना जाता है। विकास की एक एक योजना को देश को बताने का कार्य करते है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने काशी और अयोध्या का काम तो पूरा कर दिया है अब हम मथुरा की ओर बढ़ गए हैं. ये चुनाव राम भक्तों और राम द्रोहियों के बीच में है। रामद्रोही ,आतंकवादी ,विकास को बाधित करने वाले और भारत को अपमानित करने वाले इंडी गठबंधन के लोग हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश में बीते 10 साल में व्यापक बदलाव हुए है। सरकारें पहले भी थी, पैसा पहले भी था, देश और प्रदेश भी वही था, मगर तब विकास की सोच नहीं थी। केवल अपने परिवार के विकास की सोच ही हावी थी। आज पूरे देश में एक ही नारा गूंज रहा है कि फिर एक बार मोदी सरकार और अबकी बार चार सौ पार। इस नारे से सपा और कांग्रेस को चक्कर आने लगा है, क्योंकि ये 400 सीटों पर चुनाव भी नहीं लड़ रहे।
आज एक नई अयोध्या बन चुकी है – सीएम योगी ने कहा कि आज एक नई अयोध्या बन चुकी है, ऐसे लगता है जैसे प्रभु श्रीराम साक्षात विराजमान होकर हमपर अपनी कृपा बरसा रहे है। अयोध्या में रामलला विराजमान हो चुके है, मगर उससे पहले ही वहां के इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखा गया। विश्रामालयों का नाम निषाद राज के नाम पर और माता शबरी के नाम पर भोजनालयों का नामकरण किया गया। हम सौभाग्यशाली पीढ़ी है हमने रामलला को विराजमान होते देखा है। आप कह सकते हैं कि हमारे कारण ये काम हुआ है, जिसने भी कमल के फूल पर वोट दिया है। वह कह सकता है कि भगवान श्रीराम हमारे कारण विराजमान हुए है यह इस लोक और परलोक को सुधारने वाला कार्य है।
10 साल में हमने बदलते हुए भारत को देखा। मुख्यमंत्री ने कहा 10 साल में हमने बदलते हुए भारत को देखा है। हमने दुनिया में नई पहचान बनाई है। दुनिया में कहीं संकट आता है तो वह भारत की ओर देखती है आज सीमाओं पर घुसपैठ नहीं होती। कांग्रेस और सपा राज में आतंकी विस्फोट होते थे। आज सब समाप्त हो चुका है एक पटाखा भी फट जाए तो पाकिस्तान सफाई देने लगता है उसे पता है कि उसका नाम आ गया तो उसका काम तमाम होना तय है।
उन्होंने कहा कि औरंगजेब की आत्मा समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में घुस गई है। औरंगजेब को फिर से जिंदा नहीं होने देना है और इसलिए आपके पास आया हूं ।
भारत की आत्मा के साथ कर रहे खिलवाड़
उन्होंने कहा ये जितने भी कांग्रेसी, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के लोग हैं, ये भारत के मूल्य एवं आदर्शों के विरुद्ध आचरण कर रहे हैं। भारत की आत्मा के साथ खिलवाड़ कर रहे है। भारत की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि अगर विपक्षी गठबंधन इंडिया सत्ता में आता है तो वह तालिबानी शासन, जजिया कर थोपेगा। बीजेपी के लिए पटना साहिब से उम्मीदवार एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और आरा से उम्मीदवार आर.के. सिंह के समर्थन में अलग-अलग चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए योगी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और इंडिया का घोषणा पत्र कहता है कि अगर उसकी सरकार आई तो पर्सनल लॉ लागू किया जाएगा। रविशंकर जी ने जिस लड़ाई को अदालत में लड़कर तीन तलाक की प्रथा को समाप्त करवाया ये चाहते हैं कि तीन तलाक प्रथा फिर से चालू हो जाए।
विपक्षी गठबंधन तालिबानी शासन लाना चाहता है जिसमें महिलाओं को स्कूल, कॉलेज और दफ्तरों में जाने की आजादी नहीं होगी और उन्हें हमेशा बुर्का पहनने के लिए मजबूर किया जाएगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ‘जजिया कर’ की तरह ‘विरासत कर’ लागू करना चाहती है। जजिया कर मध्यकालीन समय में मुस्लिम शासकों द्वारा अन्य धर्म के लोगों पर लगाया जाता था। योगी ने कहा, ‘‘वे औरंगजेब का जजिया कर लाना चाहते हैं जिसके कुकर्मों के कारण मुसलमान अपने बच्चों का नाम मुगल शासक के नाम पर रखने से डरते हैं।