राजकीय महाविद्यालय बंजार में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन सम्पन्न

देश-विदेश के विभिन्न विद्वानों ने पर्यावरण व सम्बद्ध विषय पर विचार-विमर्श
कुल्लू। राजकीय महाविद्यालय बंजार में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गया है। “आइडेंटिटी, कल्चर, डिवेलपमेंट एंड इन्वाइरनमेंट इन हिमालयाज़ : चॅलेंजिज़ एंड फ्यूचर परस्पेक्ट्ज़“ विषय पर आधारित इस सम्मेलन के समापन समारोह सुअवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रेणुका थपलियाल बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुई। इस दौरान देश-विदेश के दर्जनों विषय-विशेषज्ञों एवं विद्वानों ने सम्बद्ध विषय पर अपने वक्तव्य प्रस्तुत किए।
इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के संयोजक डॉ. सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि इस दो दिवसीय विश्व स्तरीय सम्मेलन के समापन अवसर पर आमंत्रित वक्ताओं में डॉ. पवन कुमार, सहायक प्रोफेसर और भूगोल विभागाध्यक्ष, चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय, हरियाणा और डॉ. रुचि रमेश, प्राचार्या, राजकीय महाविद्यालय दाड़लाघाट, जिला सोलन ने ऑनलाइन मोड के माध्यम से अपने विचार साझा किए। सम्मेलन के तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ. दिनेश सिंह, सहायक प्रोफेसर, वाणिज्य विभाग, जवाहरलाल नेहरु राजकीय महाविद्यालय, हरिपुर, मनाली ने की। उन्होंने बताया कि इस सत्र में कुल छह पेपर प्रस्तुत किए गए, जिनमें वित्तीय समावेशन की भूमिका, भारत में सतत आर्थिक वृद्धि, हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक विविधता और सांस्कृतिक अनुकूलन और हिमाचल प्रदेश में जलवायु परिवर्तन की गंभीरता जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई।
सम्मेलन के समापन पर, अतुल चौधरी, सहायक प्रोफेसर, भौतिकी, गवर्नमेंट कॉलेज बंजार ने दो दिवसीय सम्मेलन की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। प्राचार्या डॉ. रेणुका थपलियाल ने ऑफलाइन मोड़ में उपस्थित प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए। सम्मेलन के संयोजक द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।
डॉ. सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि सम्मेलन के अंतिम सत्र में राजकीय महाविद्यालय  गाडागुसैन और राजकीय महाविद्यालय थाची के शिक्षक भी उपस्थित रहे और पर्चे प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि राजकीय महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. लीना वैद्या और डॉ. श्रवण कुमार सम्मलेन में मॉडरेटर रहे तथा आयोजन सचिव डॉ. श्रवण कुमार (सहायक प्रोफेसर, अर्थशास्त्र) और सह संयोजक डॉ. योग राज (सहायक प्रोफेसर, लोक प्रशासन) के साथ टीकम राम (सहायक प्रोफेसर, इतिहास), सन्नी नेगी (प्राचार्य, जीसी गाडागुसैन) और दीप कुमार (प्राचार्य, जीसी थाची) के अलावा सम्मलेन में महाविद्यालय के सभी शिक्षक और गैर शिक्षक वर्ग मौजूद रहे।
वभागाध्यक्ष, चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय, हरियाणा और डॉ. रुचि रमेश, प्राचार्या, गवर्नमेंट कॉलेज दाड़लाघाट, जिला सोलन ने ऑनलाइन मोड के माध्यम से अपने विचार साँझा  किए। सम्मेलन के तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ. दिनेश सिंह, सहायक प्रोफेसर, वाणिज्य विभाग, कॉलेज हरिपुर मनाली, जिला कुल्लू ने की। इस सत्र में कुल छह पेपर प्रस्तुत किए गए, जिनमें वित्तीय समावेशन की भूमिका, भारत में सतत आर्थिक वृद्धि, हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक विविधता और सांस्कृतिक अनुकूलन और हिमाचल प्रदेश में जलवायु परिवर्तन की गंभीरता जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई।सम्मेलन के समापन पर, अतुल चौधरी, सहायक प्रोफेसर, भौतिकी, गवर्नमेंट कॉलेज बंजार ने दो दिवसीय सम्मेलन की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। प्राचार्य डॉ. रेणुका थपलियाल ने ऑफलाइन मोड में उपस्थित प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। सम्मेलन के संयोजक डॉ. सुरेंद्र सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
आज  महाविद्यालय  गाडागुसैन और  महाविद्यालय थाची के शिक्षक भी उपस्थित रहे और पेपर प्रेजेंट किये ।  डॉ लीना  वैद्या और डॉ श्रवण कुमार  सम्मलेन में मॉडरेटर रहे।  सम्मेलन के संयोजक के रूप में डॉ. सुरेन्द्र सिंह (सहायक प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान) की भूमिका रहेगी,  आयोजन सचिव डॉ.  श्रवण कुमार (सहायक प्रोफेसर, अर्थशास्त्र) और सह संयोजक डॉ. योग राज (सहायक प्रोफेसर, लोक प्रशासन) के साथ श्री टीकम राम (सहायक प्रोफेसर, इतिहास), श्री सन्नी नेगी (प्राचार्य, जीसी गाडागुसैन) और श्री दीप कुमार (प्राचार्य, जीसी थाची)  के अलावा सम्मलेन में महाविद्यालय के सभी शिक्षक और गैर शिक्षक वर्ग मौजूद थे। इस प्रकार,राजकीय महाविद्यालय बंजार का दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

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