शिमला। स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) और शिक्षा मंत्रालय इनोवेशन सेल (एमआईसी) ने स्कूलों के प्रधानचार्यों/शिक्षकों के लिए 2 दिवसीय “इनोवेशन, डिजाइन और उद्यमिता (आईडीई) बूट कैंप” का आयोजन किया है। इस पहल का उद्देश्य पीएम श्री के स्कूलों के छात्र नवप्रवर्तनकर्ताओं और नवाचार राजदूतों के नवाचार, डिजाइन और उद्यमशीलता कौशल का पोषण करना है।महाराजा अग्रसेन विश्वविद्यालय में 11 सितंबर 2024 को दो दिवसीय आईडीई बूटकैंप का उद्द्घाटन किया गया जहां हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्कूलों के 200 से अधिक छात्रों और अध्यापकों ने भाग लिया।प्रोफेसर डॉ. ए.एन. महाजन, निदेशक और केन्द्र नोडल प्रमुख आईडीई ने शिक्षा में नवाचार के महत्व पर जोर दिया। प्रो. (डॉ.) आर. के. गुप्ता, कुलपति महाराजा अग्रसेन विश्वविद्यालय ने छात्रों को नौकरी चाहने वालों की बजाय नौकरी देने वाले बनने के लिये प्रेरित किया। चांसलर नामित श्री सुरेश गुप्ता ने युवाओं के बीच उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देने के लिये विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।पीएम श्री योजना के हिमाचल प्रदेश के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. सुरेश ठाकुर ने अपने सम्बोधन में इस योजना के तहत नवाचार संचालित शिक्षा के लिये राज्य की ओर से अपेक्षित सहयोग देने का वादा किया। डीआईईटी, सोलन, हिमाचल प्रदेश के प्राचार्य और मुख्य अतिथि डॉ. शिव कुमार शर्मा ने छात्रों को गंभीर रूप से सोचने और वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए सशक्त बनाने में स्कूली शिक्षा की भूमिका के बारे में बात की। सम्मानित अतिथि के रूप में मिनिस्टरी ऑफ एजुकेशन के इनोवेशन सैल से आये हुये श्री अमित कौशल ने आज की गतिशील अर्थव्यवस्था में स्टार्टअप संस्कृति के महत्व पर जोर दिया जिससे छात्रों को उद्यमशीलता उद्यम बनाने में अपने कौशल का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। मिनिस्टरी ऑफ एजुकेशन के इनोवेशन सैल से श्री अंकुश गौरी भी बूटकैंप में उपस्थित रहे।उद्घाटन सत्र के बाद, वाधवानी फाउंडेशन के विशेषज्ञ सुश्री गीता संजय और सुश्री ऐश्वर्या द्वारा इंटरैक्टिव स्टार्टअप कार्यशालाएं आयोजित की गई। अन्त में छात्रों को महाराजा अग्रसेन इनक्यूवेशन सेंटर का दौरा करवाया गया जहां छात्रों को नवीन सोच और समस्या समाधान कौशल को विकसित करने के लिए डिज़ाइन किए गए विभिन्न उन्नत उपकरणों और प्रौद्ययोगिकियों से परिचित कराया गया।