करसोग। आयुष स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं, ग्रामीण स्वास्थ्य चिकित्सकों और निजी केमिस्टों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित नागरिक अस्पताल करसोग में राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के अन्तर्गत क्षय रोगियों की पहचान और समय पर उनका उपचार शुरू करने के लिए आयुष स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं, ग्रामीण स्वास्थ्य चिकित्सकों और निजी केमिस्टों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में क्षेत्र के लगभग 80 प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यशाला में डाॅ. संदीप कंवर कार्यवाहक बीएमओ नागरिक अस्पताल करसोग ने बताया कि क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम में पहली बार आयुष स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं, ग्रामीण स्वास्थ्य चिकित्सकों और निजी केमिस्टों को शामिल किया गया है। उन्हांेने बताया कि प्रशिक्षण कार्यशाला में सभी हितधारकों को प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने में सहयोग करने के लिए उनकी भूमिका की जानकारी प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि ऐेसे मरीजों की पहचान करने और समय पर उनका उपचार शुरू हो सके इस संबंध में खांसी के मरीजों पर नजर रखी जाए और बिना स्वास्थ्य जांच के किसी भी मरीज को कफ सिरप नहीं देना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। सभी के सहयोग से ही इस बीमारी को राज्य से जड़ से खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी दवा विक्रेता कफ सिरप की बिक्री को टीबी मुक्त हिमाचल एप्प में दर्ज करना सुनिश्चित करे ताकि क्षय रोग के मरीजों की पहचान करने में मदद मिल सके।डाॅ. ज्योत्सना गुलेरिया, एमओ प्रभारी नागरिक अस्पताल करसोग ने सभी हितधारकों की रुचि और भागीदारी के लिए सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया गया। कार्यशाला में डाॅ. दलीप कुमार एसडीएएमओ, सुश्री रीना चैहान ड्रग इंस्पेक्टर, विपिन कुमार, बीपीएम करसोग, लोभ सिंह ठाकुर सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए।केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज गुप्ता, ललित गुप्ता सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने कार्यशाला में भाग लिया।