शिमला, 28 मार्च। हिमाचल प्रदेश में लोगों को एक बार फिर मौसम के कड़े तेवरों का सामना करना पड़ेगा। राज्य के उच्च पर्वतीय इलाकों में ताज़ा बर्फबारी होगी, तो शेष क्षेत्रों में बेमौसमी बारिश के साथ ओलावृष्टि किसानों-बागवानों की मुश्किलें बढ़ाएगी। 30 मार्च से 01 अप्रैल तक राज्य में बारिश, ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने मैदानी व मध्य पर्वतीय जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने मंगलवार को बताया कि हिमाचल के कुछ हिस्सों विशेषकर मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 30 मार्च, 31 मार्च और 01 अप्रैल को बिजली कड़कने के साथ बारिश व ओलावृष्टि होगी। इससे खड़ी फसल और गुठलीदार फलों और नई पौध को नुकसान पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि इस दौरान पर्वतीय जिलों चम्बा, लाहौल-स्पीति, किन्नौर, शिमला, कांगड़ा, मंडी और कुल्लू जिलों के अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ गिरने की भी संभावना है।
उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में बदलाव आएगा और बारिश, ओलावृष्टि व बर्फबारी से तापमान में गिरावट आएगी। जिससे ठंड का प्रकोप बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में अगले 24 घण्टों में पश्चिमी विक्षोभ का असर शुरू हो जाएगा।
बता दें कि पिछले हफ्ते राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में हुई बर्फबारी से मौसम ठंडा हो गया था। शिमला के तापमान में करीब 10 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई थी। बीते 24 घण्टों के दौरान किन्नौर के कल्पा में हल्का हिमपात हुआ है। राज्य के जनजातीय भागों में अभी भी पारा माइनस में बना हुआ है। लाहौल-स्पीति जिला का मुख्यालय केलांग राज्य में सबसे ठंडा स्थल रहा जहां मंगलवार की सुबह न्यूनतम तापमान -3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा कुकमसेरी में -1.1 डिग्री, कल्पा में 1, नारकंडा में 3.7, रिकांगपिओ व मनाली में 4, कुफरी में 5.8, सियोबाग में 6.2, भुंतर में 7.2, सोलन में 7.6, डल्हौजी में 7.7, शिमला में 7.8, सुंदरनगर में 9.2, मंडी में 9.4, चम्बा में 10.6, हमीरपुर में 10.9, कांगड़ा में 11, धर्मशाला व ऊना में 11.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ है।