शिक्षा मंत्री ने समग्र निदेशालय में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की
शिमला. समग्र शिक्षा निदेशालय में सोमवार को एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में शिक्षा सचिव राकेश कंवर, समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा, उच्च शिक्षा निदेशक डा. अमरजीत शर्मा, प्राथमिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली, संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा संजीव सूद, अतिरिक्त निदेशक उच्च शिक्षा डा. हरीश शर्मा, अतिरिक्त निदेशक प्राथमिक शिक्षा बीआर शर्मा, जिलों के उप शिक्षा निदेशक, डाइट प्रिंसिपल, कार्यकारी प्रिंसिपल एससीईआरटी और समग्र शिक्षा के नोडल अधिकारी मौजूद रहे।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने की है। सरकार का प्रयास है कि हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले। सरकार ने इसके लिए बीते दो सालो में कई बड़े फैसले लिए हैं। शिक्षा मंत्री ने सभी का आवाहन किया कि वे पूरी निष्ठा के साथ एक टीम की तरह सकारात्मक ऊर्जा के साथ काम करें।
सरकार ने शिक्षा विभाग में रिकॉर्ड भर्तियां की
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार ने बीते दो सालों में शिक्षा विभाग में रिकॉर्ड भर्तियां की हैं। इससे स्कूलों में शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित हुई है। शिक्षा मंत्री ने साफ कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सरकार ने स्कूल मर्ज करने का फैसला लिया है। यह कोई राजनीतिक फैसला नहीं है। देश में अन्य राज्यों ने स्कूलों को कंसोलिडेट किया है।
अधिक बच्चों वाले स्कूलों में नए शिक्षकों की तैनाती को प्राथमिकता
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि सरकार उन स्कूलों में नए शिक्षकों को तैनात करने पर प्राथमिकता दे रही है, जहां पर बच्चों की संख्या ज्यादा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पीजीटी के 700 पद मंजूर किए हैं, इन शिक्षकों को वहीं तैनात किया जा रहा है जहां संबंधित विषयों में पर्याप्त दाखिले हैं।
जिला व खंड स्तर पर ग्राउंड स्तर पर फीडबैक लिया जाएगा
शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग सबसे बड़ा सरकारी विभाग है, जिस पर नए पीढ़ी को भविष्य के लिए तैयार करने की बड़ी जिम्मेदारी है। यही नहीं यह रोजगार का भी एक बड़ा क्षेत्र है। इसलिए सरकार इस पर पूरा ध्यान दे रही है। सरकार समग्र शिक्षा, उच्च व प्राथमिक शिक्षा विभाग के माध्यम से शिक्षा में पॉलिसी स्तर पर व्यापक सुधार कर रही हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कहा कि सरकार के फैसले ग्राउंड लेवल पर दिखे, इसके लिए वे जिले व खंड स्तर पर जाकर इसकी खुद फीडबैक लेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय सर्वेक्षण परख की बेहतर तैयारियां की और उम्मीद है कि इसका परिणाम भी बेहतर होगा। रोहित ठाकुर ने कहा कि सरकार ने उपनिदेशकों की लंबित प्रमोशन दी है। उन्होंने उपनिदेशकों से कहा कि वे पूरी निष्ठा के साथ शिक्षा की बेहतरी के लिए काम करें।
सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार को लेकर बड़े फैसले लिएः राकेश कंवर
शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने समीक्षा बैठक में कहा कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार को लेकर कई बड़े फैसले लिए हैं। इनमें स्कूलों को मर्ज करने का अहम फैसला भी है। उन्होंने कहा कि कोई सरकार स्कूल बंद करना नहीं चाहती, लेकिन अगर स्कूलों में बच्चे ही नहीं है या कम है तो, शिक्षा की बेहतरी के लिए ऐसा करना जरूरी है। शिक्षा सचिव ने कहा कि प्रदेश में स्कूल मर्ज करने का फैसला आसान नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री ने शिक्षा की बेहतरी के लिए यह कठिन फैसले लिए हैं।
हर शिक्षक शिक्षा में सुधार की जिम्मेवारी लें
राकेश कंवर ने कहा कि शिक्षा की स्थिति सुधारने की हम सभी की जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए शिक्षकों को पढ़ाई का काम बेहतर तरीके से करना होगा। शिक्षकों को लर्निंग आउटकम सुधारने के लिए काम करना होगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल में स्कूलों की अधोसंरचना अच्छी है और पीटीआर भी सही है। ऐसे में शिक्षक बच्चों के लर्निंग लेवल बढ़ाने पर फोकस करें।
शिक्षा विभाग के आदेश के बिना स्कूली बच्चों को गैर शैक्षिक कार्यक्रमों में न भेजे
शिक्षा सचिव ने कहा है कि स्कूलों में सालभर की गतिविधियों को लेकर एक कैलेंडर जारी किया जाएगा ताकि स्कूली बच्चों की पढाई प्रभावित न हो। इसी तरह कोई भी शिक्षक डाक लेकर नहीं जाएगा।
शिक्षा सचिव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में स्कूली बच्चों की ज्यादा से ज्यादा सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ संवाद करने का बच्चों के लिए यह एक बेहतर मौका होगा।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने हिमाचल सरकार के फैसले को सराहाः राजेश शर्मा
समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने कहा कि हिमाचल सरकार के शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ाने को लेकर लिए फैसले को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने भी सराहा है। समग्र शिक्षा निदेशक ने बीते दिनों दिल्ली में शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बारे में सभी को अवगत बताते हुए कहा कि अधिकारियों का मानना था कि हिमाचल सरकार ने शिक्षा को सुधारने के लिए साहसिक फैसले लिए हैं। हिमाचल के स्कूलों के कंसोलिडेशन को लेकर उठाए कदमों पर भी केंद्रीय मंत्रालय ने साफ कहा कि इससे ग्रांट में कोई कमी नहीं आएगी।
राजेश शर्मा ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने को लेकर समग्र शिक्षा, उच्च और प्राथमिक शिक्षा विभाग एक टीम की तरह मिलकर काम कर रहे हैं। हर माह जिला उप निदेशकों की बैठक कराने का फैसला इसी दिशा में लिया गया है।
राजेश शर्मा ने कहा कि शिक्षा मंत्री के निर्देश थे कि इस तरह की बैठक होनी चाहिए ताकि फील्ड और निदेशालय में एक समन्वय बना रहे। उन्होंने कहा कि बैठक में फील्ड की समस्याओं की समाधान किया जाएगा। बैठक से हर स्तर पर कार्यों में व्यापक सुधार आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि अबकी बार राष्ट्रीय सर्वेक्षण परख को लेकर तीनों निदेशालयों ने बेहतर तैयारियां की और उम्मीद है कि इसका रिजल्ट भी बेहतर आएगा।
उच्च शिक्षा निदेशक डा. अमरजीत शर्मा ने कहा कि समग्र शिक्षा, उच्च शिक्षा और प्राथमिक शिक्षा विभाग शिक्षा में सुधार को लेकर मिलकर कदम उठा रहे हैं। शिक्षा के साथ साथ खेलों और अन्य गतिविधियों में सुधार किए जा रहे हैं। प्राथमिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा विभाग सरकार के आदेशों पर स्कूली शिक्षा में सुधार के लिए कदम उठा रहा है।