परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के तहत पीएम मोदी ने की बच्चों से चर्चा

हिमाचल से एकमात्र छात्रा हमीरपुर की ईरा शर्मा ने किया पीएम मोदी से सीधा संवाद,,पीएम मोदी ने बच्चों को दिए 25 टिप्स

शिमला। परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम का 8वां संस्करण 10 फरवरी 2025 को सुबह 11 बजे आयोजित किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ 2025 के जरिए देश के विभिन्न राज्यों से आए बच्चों से संवाद किया.इसके लिए देश भर से 36 बच्चों का चयन किया गया था जिन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की। पीएम मोदी ने इस दौरान बच्चों को जिंदगी में आगे बढ़ने और जिंदगी जीने के कई टिप्स दिए। इस दौरान कुछ बच्चों ने भी पीएम मोदी से भी कई सवाल पूछे। हिमाचल प्रदेश में इस कार्यक्रम के लिए छात्रों के चयन के पहले प्रदेश स्तर पर प्रतियोगिता हुई ।जिसमें से इसके लिए प्रदेश भर से तीन बच्चों का चयन दिल्ली के लिए हुआ था। इसमें हमीरपुर की इरा शर्मा , मंडी की श्रुति धरवाल और बिलासपुर की प्रगति शामिल थी। लेकिन फिर दिल्ली पीएम मोदी से सीधे संवाद के लिए हुए साक्षात्कार में सिर्फ हमीरपुर की इरा शर्मा का चयन हुआ। इरा हिमाचल प्रदेश की एक मात्रा छात्रा है जिन्होंने पीएम मोदी से सीधा संवाद किया है। बता दें कि इरा शर्मा हमीरपुर जिला के भोरंज तहसील के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाहनवी की 11वीं कक्षा की छात्रा है। वह मेडिकल की स्टूडेंट है।

‘परीक्षा पे चर्चा’ का पहला एपिसोड बताया जा रहा है. इस प्री-रिकॉर्डेड सेशन को दिल्ली की सुंदर नर्सरी में शूट किया गया था. पीएम मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ 2025 कार्यक्रम में अपने बचपन के किस्से सुनाकर बच्चों को प्रेरित किया. उन्होंने हेल्थ, लाइफस्टाइल, क्लाइमेट समेत कई टॉपिक्स पर बात की (PM Modi PPC 2025). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों के सवालों के जवाब देकर उन्हें घर का खाना खाने की सलाह दी. इसके साथ ही एग्जाम स्ट्रेस से निपटने के टिप्स भी दिए. अगर आप परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम नहीं देख पाए थे तो यहां पीएम मोदी के 25 सबसे जरूरी टिप्स पढ़ सकते हैं.

एग्जाम को लेकर है स्ट्रेस? PM मोदी ने दी तनाव दूर करने की TIPS

पीएम मोदी के 25 टिप्स

1- कितने बजे खाएं खाना: पीएम मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम की शुरुआत खान-पान की बातों के साथ की. उन्होंने कहा कि आप क्या खा रहे हैं, इसके साथ ही यह समझना भी जरूरी है कि उसे कितने बजे खा रहे हैं. उन्होंने सलाह दी कि खाना हमेशा 32 बार चबाकर खाना चाहिए.

2- क्या खाएं, क्या न खाएं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों से पूछा कि उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं. इस पर सभी बच्चों ने कहा कि जंक फूड नुकसान करता है. उसका ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए. घर का बना पौष्टिक खाना बेहतर रहता है.

3- पानी का स्वाद क्या होता है: पीएम मोदी ने अपनी बात को आगे जारी रखते हुए पूछा कि पानी का रंग और स्वाद क्या होता है. उन्होंने कहा कि पानी को आहिस्ता-आहिस्ता पीना चाहिए, जिससे उसके स्वाद का भी अंदाजा लगाया जा सके.

4- मिलेट्स के फायदे: परीक्षा पे चर्चा 2025 के दौरान पीएम मोदी ने बच्चों को किसानों जैसी डाइट लेने की सलाह दी और उसके फायदे भी बताए. उन्होंने बच्चों से भी पूछा कि उनके घर में मिलेट किस फॉर्म में और कैसे खाया जाता है.

5- कितने बजे सोएं, कितने घंटे सोएं: फिजिकल और मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए नींद का सही पैटर्न फॉलो करना जरूरी है. स्टूडेंट्स को हर दिन का रूटीन एक जैसा रखना चाहिए. रात में जल्दी सोकर सुबह जल्दी उठने की हैबिट होनी चाहिए.

6- धूप में करें सूर्य स्नान: पीएम मोदी ने बच्चों को सन बाथ यानी सूर्य स्नान के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि रोजाना सुबह जल्दी उठकर कुछ देर धूप में खड़े रहना चाहिए. सूर्योदय के बाद कुछ देर पेड़ के नीचे खड़े होकर ब्रीदिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए.

7- एग्जाम स्ट्रेस से कैसे निपटें: परीक्षा पे चर्चा 2025 कार्यक्रम में आए कई बच्चों ने एग्जाम स्ट्रेस का जिक्र किया. इस पर पीएम मोदी ने कहा कि परीक्षाओं के रिजल्ट का स्ट्रेस लेने के बजाय सिर्फ मेहनत करनी चाहिए. आपका फोकस नई चीजें सीखने पर होना चाहिए, नंबर पर नहीं.

8- लीडरशिप के टिप्स: बिहार से आए स्टूडेंट ने लीडरशिप की चर्चा की थी. इस पर पीएम मोदी ने कहा कि बिहार का छात्र हो और राजनीति की बात न की जाए, यह हो ही नहीं सकता. पीएम ने कहा कि धैर्य और टीमवर्क के दम पर अच्छा लीडर बन सकते हैं.

9- बिहार और त्रिपुरा के लोगों पर चली बात: पीएम मोदी ने बिहार के लोगों को तेजस्वी बताया. इसी बीच त्रिपुरा के एक लड़के ने कुछ पूछा. इस पर मोदी जी ने उससे पूछा कि वो यहां तक कैसे आ गया, क्या इसके लिए रिश्वत दी थी. बच्चे ने कहा कि त्रिपुरा में रिश्वत नहीं चलती.

10- हम पढ़ाई क्यों करते हैं: परीक्षा पे चर्चा 2025 कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए पीएम मोदी ने पूछा कि हम पढ़ाई क्यों करते हैं. इस पर सभी बच्चों ने अपनी-अपनी समझ के हिसाब से जवाब दिया. फिर पीएम मोदी ने कहा कि हर स्तर पर सर्वांगीण विकास के लिए पढ़ाई की जाती है.

11- ज्ञान और एग्जाम में क्या अंतर है: ज्ञान और परीक्षा, दो अलग-अलग चीजें हैं. जिंदगी के हर पड़ाव पर ज्ञान हासिल करते रहना चाहिए. आप किताबों में पढ़ी हुई चीजों के प्रैक्टिकल एप्लिकेशन से अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं. परीक्षा को सबकुछ मानकर नहीं चलना चाहिए.

12- जरूरी है लिखने की आदत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हर बच्चे को लिखने की आदत बनानी चाहिए. इससे विचार बंधते हैं. उन्होंने कार्यक्रम में पहुंची एक छात्रा की तारीफ भी की. उसने परीक्षा पे चर्चा के बीच सबको अपनी लिखी हुई कविता सुनाई थी.

13- टिंकरिंग लैब का जिक्र: बजट 2025 में टिंकरिंग लैब्स के लिए खास प्रावधान था. आज पीएम मोदी ने परीक्षा पे चर्चा में भी इसका जिक्र किया. उन्होंने बताया कि वह एक बार अहमदाबाद के किसी स्कूल में गए थे. वहां 1 बच्चा अपना ज्यादातर वक्त टिंकरिंग लैब में बिताता था. फिर उसने रोबोट बना दिया.

14- टाइम मैनेजमेंट कैसे करें?: ज्यादातर स्टूडेंट्स इस सवाल से दो-चार होते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी के पास दिन के 24 घंटे हैं. यह आप पर निर्भर करता है कि आप उन्हें यूटिलाइज कैसे करते हैं. 24 घंटे के हर मिनट का इस्तेमाल प्रोडक्टिव रहने के लिए किया जाना चाहिए.

15- पढ़ाई के दौरान स्ट्रेस से कैसे बचें: परीक्षा पे चर्चा के दौरान एक स्टूडेंट ने एग्जाम स्ट्रेस और डिप्रेशन के बारे में बात की. इस पर पीएम मोदी ने कहा कि एग्जाम से पहले, उसके दौरान या बाद में.. कभी भी स्ट्रेस नहीं लेना चाहिए.

16- पेरेंट्स को दी सलाह: पीपीसी 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिभावकों को भी खास सलाह दी. उन्होंने कि बच्चे को मॉडल बनाकर सबके सामने मत खड़ा कर दें. उसकी स्किल्स को पहचानें और उसे आगे बढ़ने में भी मदद करें.

17- मेडिटेशन के फायदे: पीएम मोदी अक्सर योग और मेडिटेशन की बात करते हैं. इस कार्यक्रम में भी उन्होंने मेडिटेशन के फायदे बताए. सुंदर नर्सरी के खुले वातावरण का लाभ उठाते हुए उन्होंने वहां मौजूद सभी बच्चों से मेडिटेशन करवाया.

18- गलत है बच्चों की तुलना: कई अभिभावक और शिक्षक बच्चों की आपस में तुलना करते हैं. पीएम मोदी ने इसे गलत बताया. उन्होंने कहा कि इससे बच्चों का मनोबल कमजोर होता है. उनकी आपस में तुलना करने के बजाय उसकी खासियत की तारीफ करें.

19- खुद को मोटिवेट कैसे करें: अरुणाचल प्रदेश से आई स्टूडेंट ने पूछा कि खुद को मोटिवेट करने के लिए क्या कर सकते हैं. इस पर पीएम मोदी ने कहा कि अपने लिए छोटे-छोटे गोल्स सेट करें. उन्हें हासिल कर लेने पर खुद को रिवॉर्ड दें. इससे कॉन्फिडेंस बढ़ेगा.

20- फेल होने का डर कैसे खत्म करें: ज्यादातर स्टूडेंट्स परीक्षा से ज्यादा उसके रिजल्ट और उसमें भी फेल होने से बहुत डरते हैं. परीक्षा पे चर्चा में शामिल हुए एक स्टूडेंट ने यही सवाल पूछा. इस पर पीएम ने कहा कि जीवन रिजल्ट से ज्यादा अनमोल है. जो कीमती है, उस पर फोकस करें.

21- टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कैसे करें: एक स्टूडेंट ने टेक्नोलॉजी के विस्तार के बारे में बात की. मोदीजी ने कहा कि टेक्नोलॉजी से इनोवेशन हो रहा है. हमें उसका फायदा उठाना चाहिए. टेक्नोलॉजी का कितना और कैसे इस्तेमाल करना है, इसकी लिमिट खुद तय करें. उससे प्रोडक्टिव होने की कोशिश करें.

22- क्लाइमेट पर भी हुई चर्चा: परीक्षा पे चर्चा 2025 कार्यक्रम के बीच क्लाइमेट यानी जलवायु की बात की गई. उन्होंने बच्चों से कहा कि अपनी मां की तरह धरती माता का भी ख्याल रखें. उन्होंने सुंदर नर्सरी में बच्चों के साथ पौधे भी लगाए.

23- किस विषय को पहले पढ़ें: पीपीसी 2025 कार्यक्रम में परीक्षा से जुड़े कई सवालों को एड्रेस किया गया. पीएम मोदी ने कहा कि जो विषय आपको ज्यादा डराए, पहले उसी को पढ़ें. इससे आपका डर कम होगा और आप परीक्षा की तैयारी बेहतर तरीके से कर पाएंगे.

24- क्रिकेट से की तुलना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम के बीच में 2-3 बार खेल और खासतौर पर क्रिकेट का जिक्र किया. उन्होंने क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का उदाहरण देकर भी बच्चों को अपने लक्ष्य और महत्वाकांक्षा पर फोकस करने की सलाह दी.

25- बच्चों को न बनाएं किताबी कीड़ा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों को किताबी कीड़ा न बनने की सलाह दी है. पीएम मोदी ने बच्चों को बताया कि वे पढ़ाई करें लेकिन किताबी कीड़ा न बनें. जो पसंद है, उसको लेकर पैशन दिखाएं और आगे बढ़ें.

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