समग्र शिक्षा की सुपर-100 पहल सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए साबित हो रही कल्याणकारी,इस पहल के तहत समग्र शिक्षा सरकारी स्कूल मेधावी छात्रों को करवा रहा नीट जेईई की संपूर्ण तैयारी

बच्चों के सपनों को हक्कीकत में बदल रही समग्र शिक्षा की सुपर-100 पहल

 

शिमला। हिमाचल प्रदेश में समग्र शिक्षा कार्यक्रम की सुपर-100 नाम से एक महत्वाकांक्षी पहल सरकारी स्कूलों के मेधावी छात्रों के लिए बहुत कल्याणकारी साबित हो रही है। इस कार्यक्रम के तहत सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के मेधावी छात्रों को JEE और NEET की मुफ्त ऑनलाइन कोचिंग दी जा जा रही है। बीते वर्ष इस पहल के तहत कोचिंग लेने वाले सरकारी स्कूलों के मेधावी 21 छात्रों देश व प्रदेश के नामी व प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में इंजीनियरिंग व मेडिकल की पढ़ाई के लिए प्रवेश पाया था। इस वर्ष छात्रों की तैयारी करवाई जा रही है वर्तमान समय मे शिमला और धर्मशाला में बूट कैम्प चल रहे है। दोनों जगह करीब 200 बच्चे जेईई -नीट की कोचिंग मुफ्त में ले रहे है।प्रोजेक्ट डायरेक्टर राजेश शर्मा ने यह जानकारी दी है।

समग्र शिक्षा स्टेट कॉर्डिनेटर सोनिया शर्मा ने बताया कि प्रोजेक्ट डायरेक्टर राजेश शर्मा के मार्ग दर्शन में सुपर-100 पहल चल रही है। इसी के तहत आजकल शिमला और धर्मशाला में छात्रों के लिए बूट कैंप आयोजित किए जा रहे है। इस कैंप में शिमला में करीब 70 और धर्मशाला में 112 छात्र भाग ले रहे है । उन्हें कोचिंग दी जा रही है। यह बूट कैंप 6 अप्रैल तक चलेंगे।

कैसे होता है कोचिंग के लिए चयन

शिक्षा विभाग समग्र शिक्षा कार्यक्रम के तहत सुपर -100 पहल के लिए पहले राज्यस्तरीय परीक्षा आयोजित करता है। इस परीक्षा के बाद 500 बच्चो का चयन नीट व जेईई की मुफ्त कोचिंग के लिए किया गया है। इनमें 250 बच्चों को जेई और 250 बच्चों को NEET की कोचिंग करवाई जा रही है।समग्र शिक्षा में इस पहल से छात्रों को सिर्फ कोचिंग नहीं, बल्कि कॉलेज आवेदन और साक्षात्कार की तैयारी में भी सहायता करवा रहा है। समग्र शिक्षा की यह योजना सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए जेईई-नीट की तैयारी में मील का पत्थर साबित हो रही है। यह पहल संसाधनो के अभाव की खाई को खत्म कर रही है। इसके तहत सप्ताह में 6 दिन तीन घंटे की ऑनलाइन कक्षाओं ले रहे है। बच्चो को इन प्रतियोगी परीक्षाओं के पूर्ण तैयारी करवाने के लिए समग्र शिक्षा बीच बीच में बूट केंप भी आयोजित करता है। ताकि ऑनलाइन कक्षाओं में बच्चों के मन के डाउट को शिक्षक ऑफलाइन तरीके से दूर हो सकें। और उनकी परीक्षा की संपूर्ण तैयारी हो।

बीते वर्ष 21 बच्चों को प्रतिष्ठित संस्थानों में मिला था प्रवेश

समग्र शिक्षा की यह पहल सरकारी स्कूलों के मेधावी बच्चों के सपनों को उड़ान दे रहा है। बीते वर्ष इस पहल के तहत कोचिंग लेकर सरकारी स्कूलों कुल 21 छात्रों ने विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश पाया है।

इन छात्रों में मंडी से इक्षिता ने एनआईटी हमीरपुर में सिविल इंजीनियरिंग में, निशांत और सूर्यांश चौहान ने भी इंजीनियरिंग में दाखिला लिया है। कांगड़ा की प्रियंका को डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय में एमबीबीएस में प्रवेश मिला है। साान्वी शर्मा ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकारी संस्थान में सिविल इंजीनियरिंग में, रोहित ने राजीव गांधी सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया है। अनमोल बंसल ने एबीवी सरकारी इंजीनियरिंग संस्थान में कंप्यूटर साइंस का चयन किया।

गीतांश शर्मा एचपी टेक्निकल यूनिवर्सिटी में, गुंजन एनआईटी हमीरपुर में सिविल इंजीनियरिंग में, और रुशिल वशिष्ठ को राजकीय मेडिकल कॉलेज चंबा में एमबीबीएस में प्रवेश मिला है। शिवम ने हिमाचल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग में कंप्यूटर साइंस में, दिव्या ने एबीवी सरकारी इंजीनियरिंग संस्थान में इलेक्ट्रॉनिक्स में दाखिला लिया है।

दिनेश कुमार केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू में कंप्यूटर साइंस में, चेतन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में, अरमान राजीव गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में चयनित हुए हैं। शिवांश ठाकुर, शिवानी, ऋतिक टंडन, अर्पिता, प्रिंस और किरण बाला ने भी विभिन्न इंजीनियरिंग शाखाओं में प्रवेश प्राप्त किया है।

सरकारी स्कूलों के छात्रों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करना सरकार प्रतिबद्धता

समग्र शिक्षा की सुपर-100 पहल सरकारी स्कूलों के छात्रों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना है। सरकार की सभी छात्रों को गुणात्मक शिक्षा मुहैया करवाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कार्यक्रम प्रदेश सरकार की शैक्षणिक उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इससे सरकारी स्कूलों के प्रतिभाशाली छात्रों को अपना भविष्य संवारने का बेहतर अवसर मिलेगा।

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