हिमाचल : मई में ठंड से निकल रही कंपकंपी, बर्फ से ढके पहाड़

शिमला, 09 मई। बेमौसमी बारिश, ओलावृष्टि और बर्फबारी ने हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल दिया है। प्रदेश के पहाड़ी इलाक़ों से लेकर मैदानी भागों तक तापमान गिर गया है। जनजातीय क्षेत्रों में  बर्फबारी का दौर पिछले चार-पांच दिनों से जारी है जबकि मैदानी एवं मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। मौसम के ऐसे तेवरों से शिमला, मनाली व डल्हौजी जैसे विख्यात हिल्स स्टेशनों में ठंड से बचने के लिए सैलानियों को गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं बिलासपुर, हमीरपुर व ऊना इत्यादि मैदानी जिलों में गर्मी का नामोनिशान तक नहीं है और मौसम ठंडा बना हुआ है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले तीन दिन मौसम साफ रहेगा। 13 मई से बारिश-बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी हुआ है।
बीते 24 घण्टों के दौरान जनजातीय क्षेत्र हंसा में 20, केलांग में 12, गोंदला में 11 और कल्पा में 4 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई। इसके अलावा भरमौर में 23, कोठी व जुब्बल में 20-20 मिलीमीटर वर्षा हुई। चौपाल व रिकांगपिओ में 19-19, मनाली व कसौली में 17-17 मिमी वर्षा हुई है। राजधानी शिमला में मंगलवार दोपहर झमाझम बारिश हुई, जिससे यहां मौसम सर्द हो गया।

बारिश-बर्फबारी से राज्य के अधिकांश स्थानों पर पारा माइनस में बना हुआ है। लाहौल-स्पीति के केलंग में न्यूनतम तापमान -2.6 डिग्री, कुकुमसेरी में -0.7 डिग्री, कल्पा में 0.5 डिग्री, नारकंडा में 1.9 डिग्री, रिकांगपिओ में 3.4 डिग्री, कुफरी में 4.5 डिग्री, मनाली में 5.4 डिग्री,  सियोबाग में 6.8 डिग्री, भरमौर में 7 डिग्री, सोलन में 11.4, पालमपुर में 11.5, बिलासपुर में 12, मंडी में 12.1, धर्मशाला में 12.2, हमीरपुर में 13.3, कांगड़ा में 13.5 और ऊना में 16.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

लाहौल-स्पीति के रिहायशी इलाकों में भारी बर्फबारी, जनजीवन प्रभावित

जिला लाहौल स्पीति में पिछले कल से बर्फबारी का सिलसिला जारी है। बीती रात जिले में भारी बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित हुआ है । कोकसर व गोंदला के रिहायशी इलाकों में 10 से 12 इंच  तक ताज़ा बर्फबारी हुई है, जबकि ऊँचाई वाले क्षेत्रों  रोहतांग दर्रा ,कुंजुम व बारालाचा दर्रे पर में दो  से ढाई फुट के करीब बर्फबारी हुई है।  इस बर्फबारी से घाटी में मई माह में जबरदस्त ठंड बढ़ गयी है और जगह-जगह भूस्खलन व  पत्थर गिरने का खतरा बना हुआ है। बर्फबारी से तोद व चन्द्रा घाटी में मटर बिजाई कार्य में बिलंब हो रहा है वही पट्टन घाटी में गोभी की रोपाई नहीं हो पा रही है। मई माह में बर्फबारी से लाहौल घाटी में फिर से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इस बर्फबारी से मनाली-केलंग  व दारचा सहित कई सड़कें अवरुद्ध हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *