शिमला। स्वस्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने कहा है कि चिकित्सा महाविद्यालय, आदर्श स्वास्थ्य संस्थान और अन्य चिकित्सा संस्थान जल्द ही आधुनिक स्वास्थ्य देखभाल मशीनों से लैस होंगे। उन्होंने कहा कि सीटी स्कैन, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, फेको और डायग्नोस्टिक मशीनों और अन्य अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद एक माह के भीतर सुनिश्चित की जाएगी। मरीजों की सुविधा के लिए अगस्त, 2025 तक इन्हें विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में स्थापित कर दिया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने आज यहां विशेष हाई पावर परचेज कमेटी (एचपीपीसी) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि शिशु देखभाल किट में और गुणवत्तापूर्ण वस्तुएं उपलब्ध करवाई जाएंगी तथा प्रदेश के किसी भी सरकारी और निजी संस्थानों में जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं को कुल 18 वस्तुएं प्रदान की जाएंगी। इन किटों की खरीद प्रक्रिया अंतिम चरण में है और नई किटें इसी साल अगस्त में अस्पतालों को उपलब्ध करवाई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवा उपकरणों की खरीद के लिए पर्याप्त बजट सुनिश्चित किया है। समिति को खरीद प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं ताकि भविष्य में सभी खरीद प्रक्रियाओं को शीघ्र पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता सुनिश्चित करते हुए इस खरीद प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं का कायाकल्प किया जा रहा है ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्रदेश के बाहर न जाना पड़े। स्वास्थ्य संस्थानों की पुरानी मशीनों को चरणबद्ध तरीके से अत्याधुनिक मशीनों से बदला जा रहा है। स्वास्थ्य संस्थानों में विशेषज्ञ चिकित्सक और पैरा-मेडिकल स्टाफ तैनात किया जा रहा है। अत्याधुनिक मशीनों की खरीद प्रक्रिया पूर्ण होने के उपरांत मरीजों को घर-द्वार के समीप बेहतर और किफायती स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल स्वास्थ्य पर्यटन के मॉडल राज्य के रूप में उभर रहा है, जहा विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने कार्यकाल के पहले ही दिन से ही लोगों को सुलभ और किफायती स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए काम कर रही है। इसके दृष्टिगत प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक और लाहौल-स्पीति में दो आदर्श स्वास्थ्य संस्थान प्रस्तावित स्थापित किए जा रहे हैं। अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों में इन्हें क्रियाशील कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आधुनिक मशीनों से लैस इन संस्थानों में छह विशेषज्ञ डॉक्टर कार्यरत हैं। ये संस्थान अन्य राज्यों के लिए स्वास्थ्य सेवा के एक आदर्श के रूप में एक उदाहरण साबित कर रहे हैं।