शिमला, 19 जुलाई। हिमाचल प्रदेश में मानसून की सक्रियता से वर्षा का दौर जारी है। राजधानी शिमला समेत राज्य के अधिकांश हिस्सों में बुधवार को बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगले चार दिन गरज के साथ भारी वर्षा की आशंका जताई है। इसे लेकर मैदानी व मध्य पर्वतीय इलाकों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की हिदायत दी गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि 25 जुलाई तक मानसून के सक्रिय रहने से बारिश होने की संभावना है।
बीते 24 घण्टों के दौरान धर्मशाला में सबसे ज्यादा 13 सेंटीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है। इसके अलावा पालमपुर में 11, जोगिन्दरनगर में आठ, चुआडी में सात, चम्बा में पांच, टिंडर, कांगड़ा व अर्की में चार-चार सेंटीमीटर वर्षा हुई।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक भूस्खलन के कारण राज्य में दो नेशनल हाइवे और 725 सड़कें बंद हैं। लोकनिर्माण विभाग के शिमला ज़ोन में सबसे ज्यादा 367 सड़कें बंद हैं। मंडी ज़ोन में 220, कांगड़ा ज़ोन में 133 और हमीरपुर ज़ोन में 15 सड़कें बंद हैं।
रिपोर्ट के अनुसार राज्य में मानसून ने 24 जून को दस्तक दी थी और तब से लेकर अब तक वर्षा जनित हादसों में 130 लोगों की मौत हुई है। इनमें 38 लोगों की जान भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने की वजह से गई है। इसके अलावा विभिन्न हादसों में 12 लोग लापता हैं जबकि 153 लोग घायल हैं। मानसून सीजन के दौरान 572 घर ध्वस्त हुए वहीं 4703 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। 148 दुकानें और 1286 पशुशालाएँ भी ध्वस्त हुईं। मानसून सीजन में अब तक चार हज़ार करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।