पांवटा साहिब में बादल फटने से बाढ़ की चपेट में आया गांव, एक परिवार के पांच लोग लापता

नाहन, 10 अगस्त। हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन में तबाही का सिलसिला जारी है। भूस्खलन, बाढ़ व बादल फटने की घटनाओं में जान-माल का भारी नुकसान हो रहा है। सिरमौर जिला के पांवटा साहिब उपमण्डल के सिरमौरि ताल क्षेत्र के मालगी ददियाद गांव में बुधवार देर रात बादल फटने की घटना हुई। लगातार हुई तेज बारिश के बाद जल स्तर अचानक से काफी ज्यादा बढ़ गया। सैलाब की जद में आये मालगी डडियात गांव के 70 परिवारों ने रात को भाग कर जान बचाई। एक मकान के मलबे में दब कर एक परिवार के पांच लोग लापता हैं। इनमें दो मासूम भी हैं। इनके जिंदा होने की उम्मीद कम बताई जा रही है। राहत व बचाव दल इनके रेस्क्यू में जुट गया है। गांव का लगभग 70 से 80 बीघा इलाका बाढ़ की चपेट में आ गया है। जिला प्रशासन प्रभावितों को आसरा देने की कवायद में जुट गया है। ये गांव पांवटा साहिब-शिलाई हाइवे के किनारे स्थित है। बादल फटने की वजह से ये हाइवे भी बंद है।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता ने गुरुवार की सुबह बताया कि बादल फटने के कारण मालगी डडियात गांव में बाढ़ आई। एक मकान में मलबा घुस गया। मकान में रहने वाला पूरा परिवार लापता है। इनमें कुलदीप सिंह (62), जीतो देवी (55) पत्नी कुलदीप सिंह, रजनी देवी (31) पत्नी बिनोद, नितेश (10) पुत्र बिनोद, दीपिका (8) पुत्री बिनोद शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि पांवटा साहिब के एसडीएम और तहसीलदार सहित राहत व बचाव टीमें मौके पर हैं और लापता लोगों की तलाश के लिए रेस्कयू ऑपरेशन चल रहा है।

मानसून सीजन में अब तक 231 मौतें

हिमाचल प्रदेश में मानसून ने 24 जून को दस्तक दी थी और अब तक मानसून सीजन में वर्षा से जुड़े हादसों में 231 लोगों की जान गई है जबकि 31 लापता और 272 घायल हैं। भूस्खलन व बाढ़ की चपेट में आने से 58 लोग मारे गए हैं। मानसून सीजन में 914 मकान, 267 दुकानें और 2508 पशुशालाएं पूरी तरह धराशायी हूईं। जबकि 7641 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा। बीते 47 दिनों में राज्य के 83 स्थानों पर भूस्खलन हुआ और 53 स्थानों पर बाढ़ आया। मानसून सीजन में प्रदेश के सरकारी विभागों को 6731 करोड़ का नुकसान आंका गया है।

अगले चार दिन भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले चार दिन राज्य में भारी वर्षा की चेतावनी दी है। इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि मानसून की सक्रियता से राज्य में बारिश का दौर जारी है। आगामी 14 अगस्त तक प्रदेश में मौसम खराब रहेगा। इस दौरान मैदानी व मध्यप्रवतीय इलाकों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट रहेगा।

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