शिमला, 12 अगस्त। हिमाचल प्रदेश में मानसून का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। पिछले दो दिन से राज्य में जमकर बरसात हो रही है। भारी बारिश के चलते कई जगह भूस्खलन हुआ है। मौसम विभाग ने अगले चार दिन भी व्यापक वर्षा का अलर्ट जारी किया है। साथ ही आठ जिलों में बाढ़ की चेतावनी भी जारी की गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि शिमला, कांगड़ा, चम्बा, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी, कुल्लू और सोलन जिलों में अगले 24 घण्टों के दौरान बाढ़ आने की आशंका है। इन जिलों में भारी वर्षा, बादल फटने और भूस्खलन की भी संभावना बनी हुई है। उन्होंने बताया कि अगले 24 घण्टों में राज्य के मैदानी और मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा का ओरेंज अलर्ट जबकि 14, 15 व 16 अगस्त को बारिश का येलो अलर्ट रहेगा।
इस बीच मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मद्देनजर हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए विशेष एजवाइजरी भी जारी कर दी है।
पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू की ओर से शनिवार को आठ बिंदुओं पर जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि लगातार हो रही व्यापक वर्षा के कारण कई सड़कें यातायात के लिए अवरुद्ध हो गई हैं और नदी-नालों में अचानक बाढ़ की स्थिति बन गई है। कई स्थानों पर भूस्खलन होने से सड़क हादसे हो रहे हैं। कई पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाली सड़कों पर भूस्खलन हुआ है तथा बड़ी संख्या में सड़क मार्ग अवरुद्ध रहे हैं।
ऐसे में पर्यटक व स्थानीय लोग बहुमूल्य जीवन और संपत्ति को बचाने के लिए अनावश्यक यात्रा न करें। अतिआवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें। इसके साथ ही कहीं पर जाने से पूर्व वहां की स्थिति और प्रशासन की सलाह का पालन करने को कहा गया है।
पुलिस की एडवाइजरी-
- भारी बारिश के दौरान अत्यावश्यक होने पर ही घरों से निकलें, अनावश्यक यात्रा से बचें।
- उन इलाकों में रात में यात्रा करने से बचें, जहां सड़कें ठीक नहीं हैं, क्योंकि अंधेरे में भूस्खलन और चट्टानें दिखाई नहीं देती हैं।
- नदियों और नालों से दूर रहें।
- जहां भूस्खलन का अंदेशा हो, उस जगह से दूर रहें।
- बारिश में सड़क पर पेड़ और पत्थरों के गिरने का खतरा बना रहता है। इसलिए वाहनों को सावधानी पूर्वक चलाएं।
- गाड़ी चलाते समय कम दृश्यता में लो बीम (फोग) का इस्तेमाल करें।
- बाढ़ वाली सड़कों पर गाड़ी चलाने की कोशिश न करें।
- किसी भी आपात हालत, यात्रा सम्बंधी सलाह और सड़कों की स्थिति की जानकारी के बारे में जिला पुलिस सहायता कक्ष व 112 नम्बर में संपर्क करें।