शिमला, 02 अक्टूबर। हिमाचल प्रदेश में आपदा से ठप पर्यटन गतिविधियां अब सामान्य हो रही हैं और पर्यटक यहां की वादियों का रूख कर रहे हैं। मानसूनी आपदा ने राजधानी शिमला में कोहराम मचा दिया था। जुलाई और अगस्त माह में भूस्खलन से हुई तबाही की वजह से पर्यटक शिमला आने से डर रहे थे। सोलन जिला के चक्की मोड़ पर शिमला-कालका नेशनल हाईवे के धंसने से भी पर्यटन उद्योग को झटका लगा था। हालांकि मानसून के विदा होते ही सैलानियों ने अब शिमला में डेरा डाल लिया है। पिछले तीन दिनों से भारी तादाद में सैलानियों ने शिमला का रूख किया है। आलम यह है कि शिमला में होटलों की ओक्यूपेंसी बढ़कर 70 फीसदी पहुंच गई है, जो एक सप्ताह पहले 30 फीसदी थी। इस वीकएंड पर एक साथ तीन छुट्टियां होने से पड़ोसी राज्यों से बड़ी संख्या में सैलानियों ने शिमला की वादियों को निहारा। सैलानियों के बढ़ने से पर्यटन कारोबारियों के चहरे खिल गए हैं। यहां के ऐतिहासिक माल रोड व रिज मैदान पर सोमवार को दिन भर पर्यटकों की चहल-पहल देखी गई।
शिमला पहुंचकर गदगद हो रहे पर्यटक
पंजाब के लुधियाणा से परिवार सहित घूमने आए अनमोल सिंह ने बताया कि आपदा से सभी लोग सहमे हुए हैं। अब बारिशों का दौर खत्म होने से सब सामान्य हो गया है और उनका परिवार शिमला की वादियों का लुत्फ उठा रहा है। उन्होंने कहा कि शिमला में आकर कहीं भी ऐसा नहीं लगा कि यहां आपदा ने कहर बरपाया हो। उन्होंने कहा कि मेरा अन्य पर्यटकों से भी आग्रह है कि वे बिना किसी भय के शिमला आकर यहां की प्राकृतिक सुदरता का आनंद उठाएं।
हरियाणा के झज्जर से आए पर्यटक सूरज, बिनोद, सुमेश का कहना है कि उन्होंने काफी समय से दोस्तों के साथ शिमला घूमने की योजना बनाई थी। लेकिन इस बीच आपदा आ गई, इससे हम लोग ने अपना कार्यक्रम रदद कर दिया था। हालांकि, अब हालात सामान्य हो गए हैं और हम पिछले तीन दिन से शिमला की वादियों का आनंद ले रहे हैं।
शिमला होटलियर एसोएिशन के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा ने बताया कि मानसून सीजन में शिमला के साथ राज्य के अन्य क्षेत्रों में हुई तबाही से पर्यटक सहम गए थे। लेकिन अब पर्यटकों ने शिमला का रूख करना शुरू कर दिया है। आपदा के बाद यह पहला वीकएंड रहा जब भारी तादाद में सैलानी शिमला की वादियों को निहारने पहुंचे हैं। उन्होंन बताया कि पिछले तीन दिनों में शिमला के 70 फीसदी होटल सैलानियों से भरे रहे।
कालका से शिमला के लिए तीन माह बाद दौड़ेगी रेल
मानसून के विदा होते ही शिमला में हालात पूरी तरह सामान्य हो रहे हैं। शिमला के लिए पिछले तीन माह से ठप रेलसेवा मंगलवार से पुनः बहाल हो जाएगी। दरअसल बीते 14 अगस्त को समरहिल में पहाड़ दरकने से क्षतिग्रस्त हुई शिमला-कालका रेलमार्ग में मुरम्मत कार्य पूरा कर लिया गया है। रेलवे के अधिकारियों ने मंगलवार से इस रेल मार्ग पर रेल सेवा शुरू करने का दावा किया है। इससे पर्यटकों को शिमला आने में सहुलियत मिलेगी।
14 अगस्त को तबाह हुआ था शिव बावड़ी मंदिर, 20 लोगों की गई थी जान
बता दें कि 14 अगस्त को शिमला के सरमहिल के समीप एडवांस स्टडी में पहाड़ दरकने के कारण हुए भूस्खलन से रेलमार्ग क्षतिग्रस्त होकर हवा में लटक गया था। डराबनी बात यह रही कि भूस्खलन ने रेल मार्ग के 100 मीटर नीचे स्थित शिव बावड़ी मंदिर को तबाह कर दिया था। इस हादसे में मंदिर में मौजूद 20 श्रद्धालुओं की दुखद मुत्यू हुई और कई दिनों तक चले सर्च आपरेशन के बाद श्रद्धालुओं के शव निकाले गए थे। इस भयानक हादसे के बाद शिमला में पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की जा रही थी।