शिमला, 03 नवंबर। हिमाचल प्रदेश के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में पारा शून्य के नीचे चला गया है। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के दो शहरों का न्यूनतम तापमान माइनस में पहुंच गया है। तापमान में गिरावट के कारण लाहुल स्पीति में झीलें, झरने और अन्य प्राकृतिक जलस्त्रोत जमने शुरू हो गए हैं। शीत मरुस्थल कहे जाने वाली लाहौल घाटी की 14091 फुट ऊंची ढंखर झील, लेह मार्ग पर स्थित 15840 फुट ऊंची सूरजताल झील और पट्टन घाटी की 14000 हजार फुट ऊंची नीलकंठ झील भी पारा लुढ़कने से बर्फ में तबदील हो रही है।
मनाली-लेह मार्ग पर स्थित दीपकताल झील का पानी भी जम गया है। यह झील केलांग से 43 किलोमीटर दूर है। इस झील पर अप्रैल के बाद फिर रौनक लौटेगी। दीपकताल प्रदेश की एक आकर्षित झील है। मनाली-लेह मार्ग पर यात्रा करने वाले लोगों के लिए यह एक पड़ाव के रूप में कार्य करती है।
लाहौल स्पीति में अत्यधिक ठंड से रिहायशी इलाकों में लोगों के घरों में लगे 90 फीसदी से अधिक नल भी पूरी तरह से जम चुके हैं। ठंड इतनी बढ़ गइ है कि ताजा खाना व चाय बनाते ही उसे परोसने पर ही ठंडा हो रहा है। वीकेंड में सैलानी अब सीधे लाहुल पहुंच रहे हैं, लेकिन रेस्तरां में खाना ताजा और गर्म परोसने के बाद भी चंद सेकेंड में ठंडा हो रहा है। पानी जमते ही वन्य जीव-जंतुओं की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं। उन्हें प्यास बुझाने के लिए रिहायशी इलाकों के समीप नदी-नालों का रुख करना पड़ रहा है।
कुकमसेरी और केलांग का माइनस में पारा
लाहौल-स्पीति जिला का कुकमसेरी राज्य का सबसे ठंडा स्थल रहा, जहां शुक्रवार को न्यूनतम तापमान -0.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लाहौल-स्पीति के ही जिला मुख्यालय केलांग में न्यूनतम तापमान -0.5 डिग्री सेल्सियस रहा। अन्य शहरों के न्यूनतम तापमान पर नजर दौडाएं तो कल्पा में 3.2, समधो में 3.5, मनाली में 5.4, रिकांगपिओ में 5.7, नारकंडा में 6.2, सियोबाग में 6.8, सराहन में 7, सोलन में 7.8, कुफरी में 8.6, पालमपुर, चंबा व मंडी में 9.5, डल्हौजी में 10, कांगड़ा में 11.7, बरठीं में 12.2, उना में 12.4, जुब्बडहट्टी में 12.5, बिलासपुर में 13, धर्मशाला में 13.2, नाहन में 14.1, पांवटा साहिब व देहरा गोपीपुर में 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सात नवंबर से करवट लेगा मौसम, बारिश-बर्फबारी के आसार
प्रदेश में अगले तीन दिन साफ रहने के बाद पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे मौसम में बदलाव आएगा। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार चार, पांच व छह नवंबर को मौसम साफ रहेगा, जबकि सात नवंबर से एक बार फिर बारिश-बर्फबारी होने का अनुमान है। आठ नवम्बर को भी राज्य भर में मौसम खराब रहेगा।