शिमला, 23 फरवरी। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विधायकों की सुविधा के लिए जल्दी ही शून्य काल की व्यवस्था होगी। यह बात विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा। उन्होंने कहा कि विधायक प्वाइंट ऑफ ऑर्डर के तहत अपनी बात रखते हैं और बार बार उनके द्वारा समय मांगा जाता है। इसपर विचार किया जा रहा है कि शून्य काल शुरू किया जाए ताकि विधायक उस दौरान अपने ज्वलंत मुददों को उठा सके।
इसकी मांग सदन में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने उठाई थी। उनका कहना था कि बार बार प्वाइंट ऑफ ऑर्डर की व्यवस्था ठीक नहीं है इससे व्यवधान होता है। ऐसे में जरूरी है कि जीरो आवर की व्यवस्था हो। इसपर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को आश्वस्त किया।
इससे पूर्व सदन में तीन विधायकों ने प्वाइंट आफ ऑर्डर मांगे। इसके तहत आनी के विधायक लोकेंद्र में बस अड्डा के पास मलबा फैंकने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि लोगों को 2-2 लाख रुपए की पेनेल्टी वन विभाग लगा रहा है कि उन्होंने वन क्षेत्र में मलबा फैंका। ऐसे मंे सीएम से आग्रह किया कि नाले की चैनेलाइजेशन की जाए। सीएम ने कहा कि विधायक के सुझावों पर विचार किया जाएगा।
राजगढ की विधायक रीना कश्यप ने नाहन विधानसभा क्षेत्र में एमसी के एक उदघाटन की पटिटका को हटाए जाने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि एमसी नाहन की चेयरमेन द्वारा पार्किंग का उद्घाटन करने के 20 मिनट बाद पटिटका को निकाल दिया गया। उन्होंने सीएम से कहा कि क्या इस पट्टिका को दोबारा से लगाया जाएगा। सीएम ने कहा कि किसी भी पूर्व विधायक या वर्तमान विधायक की पट्टिका को तोड़ा गया होगा या फिर टूट गई होगी तो उसे दोबारा से लगा दिया जाएगा। यह सरकार की नीति है। उन्होंने कहा कि विधायक अजय सोलंकी का इसमें कहना था कि गलत तरीके से यह पटिटका लगी है जबकि विधायक का अधिकार था। फिर भी मामले को देखा जाएगा।
वहीं विधायक विनोद सुल्तानपुरी ने अपने एरिया में कौशल्या बांध के टूटने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि हिमुडा ने बताया था कि मक से वह बांध टूट गया है। ऐसे में इस बांध को रिपेयर करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि आने वाल समय में गर्मियों के दिनों में इस कारण से पानी की दिक्कत परवाणू एरिया में हो जाएगी। ऐसे में उन्होंने आग्रह किया कि या तो बांध को बनवा दें या फिर जलशक्ति विभाग को दें ताकि पानी की समस्या को दूर किया जा सके।