शिमला, 13 मार्च। हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र से एक दिन पहले विपक्षी दल भाजपा ने सोमवार को राजधानी शिमला की सड़कों पर उतरकर सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के खिलाफ हल्ला बोलते हुए आक्रोश रैली निकाली। दरअसल सुक्खु सरकार ने भाजपा शासन के आखिरी महीनों में खुले सैंकड़ों संस्थानों को डिनोटिफाई कर दिया है। इससे आक्रोशित भाजपा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है।
इस कड़ी में विपक्षी भाजपा ने आज शिमला में शेर ए पंजाब से सीटीओ चौक तक रैली निकाली और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बाद में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के नेतृत्व में राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान भाजपा द्वारा राज्यपाल को कांग्रेस सरकार के खिलाफ जनता द्वारा किए गए हस्ताक्षर भी सौंपे गए।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल के लॉक प्रिय मुख्यमंत्री है। जब से उन्होंने सत्ता संभाली है, तब से केवल संस्थानों पर ताले लगाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि पहला बजट अभी पेश नहीं हुआ पर सरकार का हाल ऐसा लग रहा है कि सरकार का अंतिम वर्ष चल रहा है। जनता सड़कों पर है और लोगों में आक्रोश और निराशा का माहौल है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा डीनोटिफाई किए गए संस्थानों के विरोध में भाजपा सड़को पर उतरकर प्रदर्शन कर रही है। प्रदेश भर में बंद हुए संस्थानों के विरोध में हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया जिसे लेकर राज्यपाल को सौंपा गया है।
उन्होंने कहा कि ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि हिमाचल प्रदेश स्वच्छ राजनीति, सुशासन एवं स्वस्थ लोकतंत्र प्रणाली का द्योतक है। हिमाचल का इतिहास रहा है कि जब भी प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होता है तो नई सरकार पूर्व सरकार के कार्यों को आगे बढ़ाकर प्रदेशहित व जनहित में कार्य करती है परन्तु यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि वर्तमान कांग्रेस सरकार द्वारा पूर्व भाजपा सरकार के समय जनहित में कैबिनेट मंजूरी के बाद एवं बजटीय प्रावधान के साथ विभिन्न विभागों के जो सरकारी संस्थान खोले गए थे, उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से बिना कैबिनेट की मंजूरी के बंद कर दिया गया है, जो कांग्रेस पार्टी की संकीर्ण एवं दूषित मानसिकता का परिचायक है। वर्तमान सरकार की इस तानाशाहीपूर्ण कार्यशैली से प्रदेश की जनता को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।