शिमला, 13 मार्च। एआईसीसी के आहवान पर हिमाचल कांग्रेस ने सोमवार को शिमला में अडाणी समूह और केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर देश के बुनियादी उपक्रमों को अडाणी समूह में निवेश व क्रोनी पूंजीपति को विक्रय करने का आरोप लगाया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की अगुवाई में कांग्रेस नेताओं ने छोटा शिमला के वुड विला होटल से राजभवन तक रोष रैली निकाली। यहां कांग्रेस नेताओं ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपकर देश में महंगाई पर काबू पाने और अडाणी समूह के कथित घोटाले की जांच की मांग की गई।
पार्टी के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस ज्ञापन के माध्यम से अपने संवैधानिक कर्तव्य का निर्वहन करते हुए राष्ट्रहित में एक महत्वपूर्ण विषय संज्ञान में लाया गया। केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा वर्ष 2014 में सत्तासीन होने के पश्चात देश के विकास एवं लोगों के कल्याण हेतु स्थापित किए गए अनेक बुनियादी राष्ट्रीय महत्व के विभिन्न उपक्रमों को केंद्र सरकार लगातार गुजरात के एक क्रोनी पूंजीपति अडाणी समूह को विक्रय करने तथा उसकी निजी कम्पनियों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया व एल आई सी इंश्योरेंस कंपनी का हज़ारों करोड़ रुपए का निवेश करवाया गया।
प्रवक्ता ने कहा कि शेयर बाजार में कंपनियों की वित्तीय स्थिति का आंकलन करने वाली एक विदेशी कम्पनी हिडेनबर्ग के खुलासों के बाद अडाणि समूह के शेयरों में भारी गिरावट आने से एसबीआई व एल आई सी इंश्योरेंस कंपनी सहित अन्य वित्तीय संस्थानों की राशि डूबने से इनका भारी नुक्सान हुआ। इसके बावजूद भी केन्द्र सरकार द्वारा अडाणी की कंपनियों में निवेश करने का दबाव केन्द्र सरकार द्वारा लगातार बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ज्ञापन के जरिये राष्ट्रपति से आग्रह किया गया कि केन्द्र सरकार द्वारा इन उपक्रमों के विक्रय व एसबीआई व एल आई सी इंश्योरेंस कंपनी जैसे संस्थानों को पूंजीपतियों की भेंट चढ़ने से बचाने के लिए शीघ्र उचित कदम उठाए। साथ ही उपरोक्त संस्थानों में हुए अडानी समूह द्वारा किए गए आर्थिक घोटाले की जांच संसद की संयुक्त समिति जेपीसी द्वारा करवाई जाए।