शिमला, 24 मार्च। हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिला में सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण शिंकुला दर्रा मार्ग को सीमा सड़क संगठन ने शुक्रवार को हल्के वाहनों के लिए खोल दिया है। 16580 फुट ऊंचा शिंकुला दर्रा मार्ग जनवरी माह में भारी हिमपात होने के कारण बंद हो गया था।
सीमा सड़क संगठन योजक परियोजना के निदेशक कर्नल विकास गुलिया ने शुक्रवार को हरी झंडी दिखाकर जन्सकर की ओर से आये वाहनों को 16,580 फुट ऊंचे दर्रे के टॉप से मनाली की ओर रवाना किया।
उन्होंने बताया कि शिंकुला टॉप पांच से छह माह बन्द रहता था, इस बार 55 दिनों के बाद इसे दोबारा खोल दिया गया है।
उन्होंने कहा कि एनपीडी ऐसा सड़क है जिसे 12 माह खुला रखने के लिये प्रयास किया जा रहा और इस पर चार किलोमीटर लंबी शिंकुला टनल प्रस्तावित है जिसका काम इसी वर्ष आरम्भ होगा।
शिंकुला दर्रा में 4.2 किलोमीटर के करीब लंबी सुरंग का निर्माण कार्य भी योजक परियोजना जल्द आरंभ करने जा रही है।
गौरतलब है कि योजक परियोजना ने इस नीमू -पदुम- दारचा एनपीडी 300 किलोमीटर लंबी सड़क मार्ग को ऑल वेदर रोड बनाने के लिए कवायद तेज कर दी है और इस मार्ग को 23 जनवरी तक बहाल रखा था। लेकिन शिंकुला दर्रा पर भारी हिमपात की वजह से दो महीने के अंतराल में रिकॉर्ड समय में विषम परिस्थितियों में शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस तापमान में अथक प्रयासों से आज पुनः एक बार बहाल किया है।