शिमला। एसजेवीएन ने आज नई दिल्ली स्थित स्कोप कन्वेंशन सेंटर में ‘भारतीय विद्युत मार्किट – आगामी राह’ विषय पर सेमिनार का आयोजन किया। इस अवसर पर केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग (सीईआरसी) के पूर्व सदस्य श्री अरुण गोयल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। ए. के. सिंह, निदेशक(वित्त), एसजेवीएन तथा अजय कुमार शर्मा, निदेशक (कार्मिक), एसजेवीएन भी उपस्थित रहे।
सीईआरसी के पूर्व सदस्य अरुण गोयल ने भारतीय विद्युत मार्किट के भविष्य के प्रति आशा व्यक्त की तथा इस क्षेत्र में वार्ता और सहयोग को बढ़ावा देने में एसजेवीएन जैसे संगठनों की भूमिका की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत का विद्युत मार्किट अपार संभावनाओं एवं विकास के दौर में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने अवगत करवाया कि साझेदारी, नवोन्मेषी समाधानों और सततशीलता के प्रति प्रतिबद्धता के माध्यम से हम एक सुगम एवं प्रतिस्पर्धी मार्किट बना सकते हैं जो हमारी बढ़ती अर्थव्यवस्था की ऊर्जा मांगों को पूर्ण कर सके।
इस अवसर पर बोलते हुए ए.के. सिंह, निदेशक(वित्त), एसजेवीएन ने कहा कि भारत के अग्रणी विद्युत क्षेत्र उद्यमों में से एक एसजेवीएन देश के कुशल, किफायती और सतत ऊर्जा के विजन के साथ अपने प्रचालनों को सक्रिय रूप से संरेखित कर रहा है। जनवरी 2022 में, एसजेवीएन को श्रेणी-I ट्रेडिंग लाइसेंस प्रदान किया गया, जिससे उसे विद्युत व्यापार प्रचालन आरंभ करने की अनुमति हासिल हुई। तब से, कंपनी ने अखिल भारत में विभिन्न ग्राहकों की अपेक्षाओं को पूर्ण करने के लिए अल्प, मध्यम एवं दीर्घकालिक ऊर्जा अनुबंधों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, विद्युत ट्रेडिंग में एक प्रमुख कारोबारी के रूप में स्वयं को स्थापित किया है।
इस अवसर पर अपने विचार साझा करते हुए अजय कुमार शर्मा, निदेशक(कार्मिक), एसजेवीएन ने भारत के ऊर्जा ट्रांजिशन का समर्थन करने एवं सततशील लक्ष्यों को पूर्ण करने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि कंपनी के व्यापारिक प्रचालन अखिल भारत में लाखों व्यक्तियों को सततशील, विश्वसनीय और किफायती विद्युत उपलब्ध कराने के अपने मिशन के अनुरूप हैं, जो जिम्मेदार ऊर्जा विकास के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हैं।
इस सेमिनार ने भारतीय विद्युत मार्किट की परिवर्तित गतिशीलता पर ज्ञान साझा करने के लिए एक मूल्यवान मंच प्रदान किया, जिसमें भारत के ऊर्जा लक्ष्यों को समर्थन देने के लिए नवाचारों, नियामक फ्रेमवर्क तथा मार्गों पर चर्चा की गई।
सेमिनार के दौरान, भारतीय विद्युत मार्किट को आगे बढ़ाने हेतु उद्योग विशेषज्ञों द्वारा कई प्रस्तुतियाँ और वार्ताएँ साझा की। विशेषज्ञों ने विद्युत मार्किट विनियमन में हाल ही में हुए अपडेट पर प्रकाश डालते हुए अधिक पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी मार्किट बनाने के उद्देश्य से नीतियों की समीक्षा की। वक्ताओं ने ट्रांसमिशन इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने और विद्युत ट्रांसमिशन नेटवर्क तक समान पहुँच सुनिश्चित करने में जीएनए फ्रेमवर्क के महत्व पर चर्चा की। सेमिनार का समापन एक पैनल चर्चा के साथ हुआ, जिसमें भारत के विद्युत मार्किट के भविष्य की ट्राजेक्टरी पर विभिन्न संभावनाएं उजागर हुई।